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दुलारचंद यादव की मौत गोली लगने से नहीं, फेफड़े फटने और पसलियां टूटने से हुई थी, पढ़िए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में और क्या लिखा है

दुलारचंद यादव की मौत को लेकर शुक्रवार को आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने हत्या की पूरी साजिश को उजागर कर दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि  दुलारचंद यादव की मौत पर गोली लगने से नहीं, बल्कि सीने पर जोरदार प्रहार या भारी दबाव पड़ा, जिससे उनकी पसलियां टूट गईं और फेफड़े के फटने की वजह से मौत हो गई।

दुलारचंद हत्याकांड को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक RJD नेता दुलारचंद यादव की मौत गोली लगने से नहीं बल्कि उनकी पसलियां टूटने और फेफड़े के फटने की वजह से हुई है। शुक्रवार को बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तीन डॉक्टरों की टीम ने करीब दो घंटे तक पोस्टमॉर्टम किया था। इसके बाद ये बात सामने आई है। रिपोर्ट में छाती की कई पसलियां के टूटने और दोनों फेफड़े के फटने की बात सामने आयी है। डॉक्टरों का कहना है कि इसकी वजह से भारी मात्रा में इंटरनल ब्लीडिंग हुई और कार्डियो-पल्मोनरी फेल्योर उनकी मौत का कारण बना।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में और क्या लिखा है

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर के कई हिस्सों पर गहरे घाव, फटे हुए जख्म (lacerated wounds) और घिसने के निशान (abrasions) की भी चर्चा की गई है। रीढ़ की हड्डी के पास चोट, सिर, पीठ, घुटने और टखनों पर गंभीर चोटें की विशेष रूप से रिपोर्ट में चर्चा की गई है। रिपोर्ट के अनुसर दाहिने पैर के तलवे के पास गोली लगने का निशान भी मिला है। जिससे स्पष्ट है कि उन्हें पहले गोली मारी गई । इसके बाद दुलारचंद यादव के सीने पर जोरदार प्रहार या भारी दबाव पड़ा, जिससे उनकी पसलियां टूट गईं और फेफड़े फट गए। इसकी वजह से अधिक मात्रा में इंटरनल ब्लीडिंग हुई।

दो थाना प्रभारी सस्पेंड

पटना के ग्रामीण एमपी विक्रम सिहाग के अनुसार दुलारचंद यादव की हत्या को लेकर काम में लापरवाही बरतने के आरोप में घोसवरी थाना प्रभारी मधुसूदन कुमार और भदौर थाना प्रभारी रविरंजन को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने इस मामले में 35 लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी से पूछताछ चल रही है।

48 घंटे बाद चुनाव प्रचार के लिए निकले अनंत सिंह

दुलारचंद यादव की मौत के 48 घंटे के बाद बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह शनिवार को अपने चुनाव प्रचार के लिए निकले। गुरूवार को दुलालचंद यादव की हत्या के बाद से अनंत सिंह अपने घर पर ही लोगों से मिल रहे थे। शुक्रवार को वो चुनाव प्रचार के लिए नहीं निकले थे। उनके लोगों का कहना है कि शुक्रवार को अधिक बारिश होने की वजह से अनंत सिंह चुनाव प्रचार करने के लिए नहीं निकले थे।