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Bihar News: गोद ली बच्ची को अनाथ छोड़ गया सोनी, नदी पार करते समय डूबने से हुई मौत

Bihar News: बिहार के नवादा जिले में एक ई-रिक्शा चालक सोनी मांझी की नदी में डूबने से मौत हो गई। इस कारण तीन साल पहले गोद ली उसकी बेटी अब अनाथ हो गई है। बालू खनन से बने गड्ढों के कारण हुआ ये दर्दनाक हादसा।

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मृतक का परिवार और मोहल्लेवाले

Bihar News: बिहार के नवादा जिले से दिल दहला देने वाली खबर आई है। नगर थाना क्षेत्र के सिसमा मुसहरी टोला निवासी 40 वर्षीय सोनी मांझी की नदी में डूबने से मौत हो गई। तीन साल पहले उसने अपनी कोई संतान न होने के बावजूद एक बच्ची को गोद लिया था। आज वही बच्ची अपने पिता के बिना रह गई और परिवार में गहरा मातम छा गया है।

सोनी मांझी एक मेहनती ई-रिक्शा चालक थे और अपने परिवार का भरण-पोषण उसी से करते थे। उनका ईमानदार जीवन और मेहनत किसी के लिए मिसाल थी। लेकिन शुक्रवार को एक साधारण काम, ई-रिक्शा से नदी पार करना उनके लिए जानलेवा साबित हुआ।

बालू के गड्ढों में फंसा ई-रिक्शा, हादसा हुआ घातक

स्थानीय लोगों के अनुसार, नदी में बालू निकालने के कारण बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं। सोनी मांझी जब नदी पार कर रहे थे, उनका वाहन इन गहरे गड्ढों में फंस गया। नदी के तेज बहाव और गहराई के कारण वह डूब गए। स्थानीय गोताखोरों और लोगों ने तुरंत उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन वो सफल नहीं हो पाएं। स्थिति गंभीर होने के कारण तुरंत कार्रवाई करना जरूरी था, तो लोगों ने तुरंत ही घटना कि जानकारी पुलिस को दी।

पुलिस और स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना प्रभारी अविनाश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। स्थानीय गोताखोरों की मदद से सोनी का शव नदी से बाहर निकाला गया और सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोनी के शव का पोस्टमार्टम करा कर उसके परिवार को सौंप दिया गया है। लोगों ने बताया कि नदी में बालू माफिया की गतिविधियों के कारण गहरे गड्ढे बनते रहते हैं, जिससे अक्सर इस तरह के हादसे होते हैं।

गोद ली बच्ची और परिवार में मातम

सोनी मांझी की मौत से उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। खासकर उनकी गोद ली बच्ची, जिसे उन्होंने तीन साल पहले अपनी संतान की तरह पाला, अब पिता के बिना रह गई। स्थानीय लोग और पड़ोसी इस घटना से गहरे सदमे में हैं। उन्होंने बताया कि सोनी हमेशा दूसरों की मदद के लिए आगे रहते थे। उनका जाना न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे मोहल्ले के लिए अपूरणीय क्षति है।