Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

प्लस

प्लस

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

Bihar Election 2025: लखीसराय में बूथ कैप्चरिंग की खबर के बाद मचा हड़कंप, मौके पर पहुंचे SP

उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के क्षेत्र लखीसराय में बूथ कैप्चरिंग की अफवाह फैलने के बाद एसपी अजय कुमार ने मौके पर पहुंचकर जांच की और खबरों का खंडन करते हुए मतदान जारी रखा।

पटना

Himadri Joshi

Nov 06, 2025

booth capturing in Lakhisarai
लखीसराय में बूथ कैप्चरिंग (फोटो- एएनआई)

बिहार में आज विधासभा चुनाव 2025 के लिए पहले फेज की वोटिंग शुरु हो गई है। आज 18 जिलों की 121 सीटों पर वोट डाले जा रहे है और सुबह 9 बजे तक 13.13 फीसदी वोटिंग भी हो चुकी है। इसी बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के विधानसभा क्षेत्र लखीसराय के हलसी प्रखंड के खुडयारी गांव से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां बूथ संख्या 404, 405 को कैप्चर करने की बात कही जा रही थी। इसका मतलब है कि कुछ बदमाशों ने किसी मतदान केंद्र पर कब्जा कर के उम्मीदवार की जीत के लिए मतदाताओं की जगह वोट डाल रहे है। हालांकि यह बूथ कैप्चरिंग किस पार्टी के उम्मीदवार को जिताने के लिए की गई है यह सामने नहीं आ पाया है।

मौके पर पहुंचे SP अजय कुमार

बूथ कैप्चरिंग की जानकारी मिलते ही तुरंत SP अजय कुमार अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे। साथ ही जवानों ने खुडयारी गांव में फ्लैग मार्च कर स्थिति का जायजा लिया। काफी देर तक जांच पड़ताल करने और पूरी तरह से सुनिश्चित होने के बाद SP ने बूथ कैप्चरिंग की खबरों का खंडन करते हुए ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया। इसके बाद वोटिंग को सही तरीके से पूरा करने के लिए सुरक्षाबल मौके पर ही बने हुए है और पुलिस सुरक्षा के बीच आगे की वोटिंग प्रक्रिया पूरी की जा रही है। साथ ही बूथ कैप्चरिंग की जानकारी देने वाले सूत्रों की भी जांच की जा रही है।

बीजेपी विधायक की मतदान कर्मियों से बहस

इसी बीच पटना से बीजेपी विधायक की मतदान कर्मियों से बहस होने की खबर भी सामने आ रही है। दरअसल, बीजेपी विधायक और स्पीकर नंदकिशोर यादव पटना साहिब की बूथ संख्या 238 पर वोट डालने पहुंचे थे। यहां पहचान पत्र के तौर पर यादव ने विधानसभा स्पीकर का पहचान पत्र दिया लेकिन मतदान कर्मी ने उनसे कहा कि वोट देने के लिए उन्हें अपना वोटर आईडी कार्ड दिखाना होगा। इसी बात से विधायक नाराज हो गए और मतदान कर्मी से बहस करने लगे। कई देर तक बहस करने के बाद विधायक वोटर आईडी कार्ड दिखाने को राजी हुए जिसके बाद उन्हें मतदान की अनुमति दी गई।