Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

बिहार विधानसभा चुनाव: महागठबंधन की सीट शेयरिंग पर इस दिन लगेगी अन्तिम मुहर, कांग्रेस का पटना में होगा महाजुटान

Bihar Assembly Elections कांग्रेस बिहार में सीडब्ल्यूसी की बैठक के जरिए अपना शक्ति प्रदर्शन करना चाहती है। इसके साथ ही यह संदेश भी देना चाहती है कि कांग्रेस बिहार का चुनाव पूरी गंभीरता से लड़ रही है।

Voter Adhikar Yatra rahul gandhi priyanka gandhi bike rally in darbhanga
वोटर अधिकार यात्रा में बहन प्रियंका के साथ दिखे थे राहुल गांधी। (फोटो सोर्स - कांग्रेस FB pg)

Bihar Assembly Elections राहुल गांधी के वोटर अधिकार यात्रा से गदगद कांग्रेस 24 सितंबर को वर्किंग कमेटी की बैठक पटना में करने का फैसला लिया है। कांग्रेस के इस फैसले के बाद इसकी तैयारी शुरू हो गई है। दरअसल, कांग्रेस पटना में वर्किंग कमेटी की बैठक कर चुनाव से पहले अपनी रणनीति को अन्तिम रूप देना चाहती है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस इस दफा दिल्ली की जगह पटना में ही अपने संभावित उम्मीदवारों के नामों पर मंथन करेगी। सूत्रों का कहना है कि सीटों के बंटवारे पर भी इसपर अन्तिम मुहर लगा सकती है।

पटना में क्यों कर रही बैठक

कांग्रेस के इस बैठक को तेलंगाना से जोड़कर देखा जा रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने इसी तरह की बड़ी बैठक वहां पर की थी। जिसका पार्टी को वहां लाभ मिला था और लंबे समय बाद कांग्रेस सत्ता में वापसी कर सकी। इसके साथ ही कांग्रेस के सीनियर नेताओं का कहना है कि इस बैठक से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह भी बढ़ेगा। जिसका चुनाव में लाभ मिलेगा।

कांग्रेस का पटना में महाजुटान

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की पटना में होने वाली बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत पार्टी के कई बड़े नेता शामिल होंगे। कांग्रेस ने चुनाव से ठीक पहले पटना में अपनी वर्किंग कमेटी की बैठक कर चुनाव में खुद को केंद्र में रखना चाह रही है। कहा जा रहा है कि इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जायेंगे। जिसका बिहार विधानसभा चुनाव पर असर पड़ सकता है। कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि इसके साथ ही कांग्रेस के कई सीनियर नेता पटना में ही चुनाव तक कैंप भी करेंगे।

कांग्रेस की क्या रणनीति?

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में ही चुनाव को लेकर बड़ा फैसला लिया जा सकती है। वोटर अधिकार यात्रा की तर्ज पर इस बैठक के बाद कांग्रेस कुछ शुरू करने की भी घोषणा कर सकती है। इसके अलावा पार्टी की कोशिश है कि चुनावों से पहले जनता तक गंभीर संदेश पहुंचाया जाए। इसको देखते हुए कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को चुनाव में उतारने का फैसला लिया है।

प्रियंका गांधी की बिहार में बढ़ेगी सक्रियता

इसको ध्यान में रखते हुए पटना में सीडब्ल्यूसी की बैठक के अगले दिन 25 सितंबर को कांग्रेस के बड़े नेता पार्टी का चुनावी घोषणापत्र को घर–घर बाटेंगे। जबकि 26 सितंबर को प्रियंका गांधी का पटना और खगड़िया में महिला संवाद कार्यक्रम में भाग लेंगी। कांग्रेस प्रियंका गांधी के सहारे आधी आबादी को साधना चाहती है। बिहार में कांग्रेस–आरजेडी गठबंधन ने महिलाओं को ढाई हज़ार रुपये महीना देने का वादा किया है।

संभावित उम्मीदवारों पर लगेगी मुहर

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम कहते हैं कि आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों पर सहमति बन गई है। कितनी सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी इसका उन्होंने अभी कोई जवाब नहीं दिया। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि 60 के करीब सीटें पर कांग्रेस बिहार में चुनाव लड़ सकती है। सितंबर के अंत तक इंडिया गठबंधन में सीटों का बंटवारा फाइनल होने की उम्मीद है। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। लेकिन पार्टी को केवल 19 सीटों पर ही जीतें मिली थीं। मोदी और नीतीश की जोड़ी से मुकाबले के लिए इस बार कांग्रेस कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती और इसलिए पार्टी बिहार को लेकर बेहद गंभीर है।