
शहरों का प्रसार रोकना चाहिए
वन्य जीवों के प्राकृतिक आवासों को सुरक्षित किया जाना चाहिए। सरकार द्वारा ग्रीन कॉरिडोर बनाये जाने चाहिए। शहरों के वन्य क्षेत्रों तक बड़ते प्रसार को प्रभावी नीतियां बनाकर रोका जाना चाहिए। मानव व वन्यजीव के मध्य होने वाले अनावश्यक संघर्ष में कमी होनी चाहिए। - नरेन्द्र योगी, सांभरलेक
सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जाए
जंगलों के बाहर सुरक्षा दीवार या तारबंदी की जाए। जंगल में अलग-अलग स्थान पर उनके लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की जाए। भूख और प्यास से व्याकुल होकर ही वन्यजीव जंगल से शहरों की तरफ बढ़ते है। वनपाल, वनरक्षक रेंजर की भर्ती वन विभाग समय पर करे। - आनंद सिंह राजावत, ब्यावर
वन संरक्षण को बढ़ाया जाए
शहरी क्षेत्रों में वन्यजीवों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए वनों का संरक्षण सर्वाधिक आवश्यक है। शहरी योजना और अभियान भी चलाए जाने चाहिए। जंगल के आसपास शोर का नियंत्रण आवश्यक है, ताकि वन्यजीव उससे विचलित न हो। प्राकृतिक संतुलन बना रहना चाहिए। - मनोहर राजपुरोहित, बाड़मेर
सोलर फेंसिंग की जाए
घनी हरियाली वाले कॉरिडोर की वैज्ञानिक योजना बनाई जाए। जंगल की सीमाओं पर इलेक्ट्रिक या सोलर फेंसिंग की जानी चाहिए। संवेदनशील स्थलों पर नाइट पेट्रोलिंग की जाए। वन-विभाग और नगर-प्रशासन के संयुक्त त्वरित रिस्पॉन्स दल सूचना मिलते ही कार्रवाही करे। साथ ही, अवैध अतिक्रमण रोककर वन्यजीवों के प्राकृतिक मार्ग सुरक्षित रखना अनिवार्य है। - संजय माकोड़े, बैतूल
वनों की कटाई पर रोक लगे
वन क्षेत्र सिकुडने के कारण जानवर मजबूर होकर शहरों की ओर आते हैं। अवैध कॉलोनियों, खनन, लकड़ी कटाई और खेती का विस्तार आदि पर रोक लगनी चाहिए। नियमों के उल्लघंन पर कठोर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। वन्यजीव यदि जंगलों से भटककर बाहर भी आ जाए तो शहरी योजना इस प्रकार बनाई जाए की की वे अपनी प्राकृतिक दिशा में रास्ता ढूंढ सके।सामुदायिक जागरूकता के साथ हरित स्थान का निर्माण करना भी बहुत आवश्यक है। वन्यजीव गलियारों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। - मोदिता सनाढ्य, उदयपुर
मानवीय दखल को कम किया जाए
वन क्षेत्रों में मानव दखल बढ़ता जा रहा है, जिसे समाप्त किया जाना चाहिए। घटते जंगलों के कारण वन्य प्राणी भूखे-प्यासे शहरों की और आने लगे हैं। जंगलों से बडे़-बड़े हाईवे निकाले जा रहे है जो इनकी शांति को भंग कर रहे है। इस तरह की योजनाओं कोे बंद किया जाना चाहिए। सरकार और वन विभाग को इन वन प्राणियों के लिए भोजन-पानी की पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए। - संजय डागा, हातोद
जंगलों का संरक्षण होना चाहिए
वन्यजीवों के लिए प्रकृति ने जो वन क्षेत्र निर्मित किए हैं, उनको लगातार काटा जा रहा है। जंगलों के संरक्षण और संवर्धन से ही वन्यजीवों को रहवासी क्षेत्रों में आने से रोका जा सकता है। जंगलों में रहने वाले प्राणी भोजन और पानी की तलाश में भी गांवो एवं शहरों का रुख कर रहे हैं। जंगलों में ही उनके लिए भोजन पानी की अनुकूल व्यवस्था करने की आवश्यकता है। - ललित महालकरी, इंदौर
प्राकृतिक आवास सुरक्षित किए जाएं
शहरी क्षेत्रों में वन्यजीवों की आवाजाही रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है कि उनके प्राकृतिक आवास को सुरक्षित रखा जाए। शहरों के आसपास ग्रीन बेल्ट और जंगलों की सीमाओं का संरक्षण किया जाए। वन्यजीव कॉरिडोर विकसित किए जाएं। खुले कचरे और भोजन के अवशेषों का सही प्रबंधन किया जाए, क्योंकि ये जानवरों को शहर की ओर आकर्षित करते हैं। अनियोजित निर्माण पर नियंत्रण और वन विभाग की त्वरित रेस्क्यू टीम की तैनाती से भी यह समस्या काफी हद तक कम की जा सकती है। - डॉ. दीपिका झांवर, जयपुर
वन कटाइी रोकनी चाहिए
वनों की अवैध कटाई के कारण वन क्षेत्रों में निरंतर कमी होती जा रही है। सरकार को वन क्षेत्रों के संरक्षण के लिए ठोस व कारगर नीति बनानी होगी। विकास के नाम पर हो रही वनों की अंधाधुंध कटाई पर अंकुश लगाया जाए। एक दूसरे पर निर्भर रहने वाले वन्य जीवों में निरंतर कमी-बढ़ोतरी हो रही है जो कि चिंता का विषय है। कई वन्य जीवों की संख्या में पिछले कई वर्षों में एकदम कमी आई है, तो वहीं कई वन्य जीवों की संख्या में एकदम इजाफा हुआ है जो मानव जीवन के लिए संकटमय है। वन्य जीवों को रोकने के लिए उनके वन क्षेत्रों में प्राकृतिक आवास व उनके खानपान हेतु समुचित व्यवस्था करनी होगी। - शैलेन्द्र टेलर, उदयपुर
प्राकृतिक जरूरतों की व्यवस्था हो
वन्य जीवों के प्राकृतिक आवास में अतिक्रमण को समाप्त किया जाए। शहरी क्षेत्रों में प्रवेश का मुख्य कारण भोजन और पानी की तलाश है। इसलिए उनके भोजन की प्राकृतिक जरूरतों के अनुसार व्यवस्था की जाए। ग्रीष्म ऋतु में जंगलों में पर्याप्त जल उपलब्ध हो इसके लिए भी ठोस नीति होनी चाहिए। जल और जंगल को विकास के नाम अंधाधुंध नष्ट होने से बचाने की प्राथमिकता होनी चाहिए। - हरिप्रसाद चौरसिया, देवास
मानव दखल को समाप्त करना चाहिए
वन्यजीव अक्सर शहरी क्षेत्रों में आ जाते हैं, इसका मुख्य कारण भोजन, आवास, पानी की आवश्यकता है। यह सुविधाएं अगर वन में ही मिल जाए तो वन्य जीव शहरों में नहीं आएंगे। वन्यजीवों के आवास तक मानव पहुंच गया है, फार्महाउस बना दिए है और वन को वन नहीं रहने दिया है। शहरी वातावरण वन में दिखाई देने लगा है। रात की रोशनी, गाड़ियों की आवाजाही के कारण वन्य जीव, वन और शहर में अंतर नहीं कर पा रहे हैं। लोग कारखानों, उद्योगों को लेकर वन तक पहुंच गए हैं, जिसके कारण ये जीव शहरों की ओर आए हैं। इनके आवास को सुरक्षित और सुनसान बनाए रखना जरूरी है। - दिनेश मेघवाल, उदयपुर
Published on:
18 Nov 2025 08:10 pm

