Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

प्लस

प्लस

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

आपकी बात : एआइ के दौर में युवा अपनी स्किल्स को कैसे प्रासंगिक बनाए रखें?

पाठकों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं। प्रस्तुत हैं पाठकों की चुनिंदा प्रतिक्रियाएं

जयपुर

Opinion Desk

Aug 31, 2025

सहायक की तरह प्रयोग करें
एआइ का मुख्य उद्देश्य तथ्यों को आसान बनाने का हैं। युवाओं को स्वयं पर विश्वास रखते हुए नए ज्ञान का अर्जन, रचनात्मकता, क्रिटिकल थिंकिंग को बनाए रखना चाहिए़ एवं एआइ को केवल सहायक की तरह प्रयोग करते हुए अपने कौशल के अनुरूप कंटीन्यूटी रखनी चाहिए। - अन्नू, देओरा, जोधपुर

स्किल्स पर ध्यान दें
युवाओं को एआइ, साइबर सिक्योरिटी, डिजिटल मार्केटिंग जैसी उभरती स्किल्स पर ध्यान देना चाहिए। केवल एक ही क्षेत्र तक सीमित न रहे लचीला तकनीकी ओर बहुआयामी बनकर ही प्रासंगिक बने रहना होगा। अपनी कौशल क्षमताओं से काम में बेहतर प्रदर्शन करके नई चुनौतियों का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा। युवाओं के कौशल प्रासंगिक होते है तो अधिक कुशल और योग्य माने जाते है। अपनी वांछित भूमिका के लिए आवश्यक स्किल्स को समझे तकनीकी ओर मानवीय कौशल का संतुलन बनाए रखे, निरंतर सीखना ओर अपडेट रहना चाहिए और अनुभवों का प्रदर्शन करना चाहिए। - शालिनी ओझा, बीकानेर

खुद को अपडेट करें
एआइ के दौर में युवाओं के लिए सबसे जरूरी है कि वे लगातार सीखने और खुद को अपडेट रखने की आदत डालें। सिर्फ तकनीकी ज्ञान ही नहीं, बल्कि क्रिएटिविटी, समस्या-समाधान, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और नेतृत्व क्षमता जैसी मानवीय स्किल्स पर भी जोर देना होगा, क्योंकि यही उन्हें मशीनों से अलग बनाएंगी। एआइ और डिजिटल टूल्स को अपनाकर उन्हें काम का सहायक साधन मानना चाहिए, न कि प्रतिस्पर्धी। युवाओं को अपस्किल और रिस्किलिंग के जरिए नए कोर्सेज, प्रोजेक्ट्स और अनुभवों से खुद को समृद्ध करते रहना चाहिए। इसके अलावा नेटवर्किंग, सहयोग, और विभिन्न संस्कृतियों की समझ उन्हें वैश्विक अवसरों के लिए तैयार करेगी। इस तरह युवा न केवल प्रासंगिक बने रहेंगे, बल्कि एआइ युग में अपनी भूमिका और मजबूत बना पाएंगे। - सुनीता रानी अनूपगढ़

डिजिटल टूल्स का ज्ञान आवश्यक
युवाओं में एआइ स्किल्स को बढ़ाने के लिए एआइ मशीन लर्निंग, कोडिंग स्किल्स एवं डिजिटल टूल्स का ज्ञान आवश्यक है। इसके साथ में टूल डेटा एकत्र करना, संसाधित करना और उसका विश्लेषण करना, एआइ ऑनलाइन कोचिंग क्लास से जुड़कर खुद को बदलती तकनीक से अपडेट रख सकते हैं। - प्रदीप अग्रवाल, बालोतरा