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नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से ठगी: पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी; जानिए, कैसे जाल में फंसाते थे बदमाश?

Crime News: नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश पुलिस ने किया है। मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

fake call centre busted in noida accused of duping unemployed youth arrested
नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से ठगी: पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी। फोटो सोर्स- पत्रिका न्यूज

Crime News: नोएडा के थाना फेस-1 पुलिस ने बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। मौके से कॉल सेंटर में इस्तेमाल होने वाले कई डिवाइस और संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।

2 मुख्य आरोपी गिरफ्तार

जानकारी के अनुसार आरोपी नोएडा सेक्टर-4 स्थित बिल्डिंग नंबर ए-88 के दूसरे फ्लोर पर अवैध कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे। छापेमारी के दौरान 2 मुख्य आरोपी अनुज कुमार और रोमेश मलिक को दबोच लिया गया।

कैसे करते थे ठगी

पूछताछ में खुलासा हुआ कि गैंग एक निजी प्लेटफॉर्म से लगभग 30,000 रुपये में बेरोजगार उम्मीदवारों का डेटा खरीदता था। इसके बाद आरोपी खुद को naukri.com का कर्मचारी बनकर नौकरी दिलाने का लालच देते थे। पुलिस के मुताबिक गिरोह सबसे पहले पीड़ित से 950 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस वसूलता था, फिर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, फाइल सबमिशन, प्रोफाइल फाइनलाइजेशन और NOC आदि के नाम पर 50,000 रुपये तक ऐंठ लेता था। कई युवाओं को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी भेजे जाते थे, और जब पीड़ित लगातार कॉल करने लगते तो उनके नंबर ब्लॉक कर दिए जाते थे।

8–10 सालों से युवाओं को बना रहे निशाना

जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी अपनी फर्जी कंपनी में कॉलिंग के लिए सिर्फ महिला कर्मचारियों को एक महीने की अवधि के लिए रखते थे। जिससे उनके अवैध काम का पता किसी को ना चल सके। पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि आरोपी 2017 में हैदराबाद में इसी तरह की ठगी के मामले में पकड़े जा चुके हैं। साथ ही करीब 8–10 सालों से युवाओं को निशाना बना रहे हैं।

ये चीजें पुलिस ने की बरामद

छापेमारी के दौरान पुलिस ने बदमाशों के पास से 11 कीपैड मोबाइल, 1 स्मार्टफोन, 7 स्टांप मोहर, 4 फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, 4 कंप्यूटर मॉनिटर, 4 CPU, 4 कीबोर्ड, 4 माउस और 34 स्क्रीनशॉट बरामद किए हैं। मामले की जांच की जा रही है।