
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हाल की बेमौसम बारिश से प्रभावित गुजरात के किसानों के लिए राहत कार्यों को तेज कर दिया है। राज्य के 249 तहसीलों के 16,000 से अधिक गांवों में फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं। मुख्यमंत्री ने सोमवार को गीर सोमनाथ और जूनागढ़ जिलों का दौरा कर किसानों की समस्याओं को सुना और फसल नुकसान का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के साथ पूरी संवेदना से खड़ी है और उन्हें तेजी से राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है।
राज्य सरकार ने युद्ध स्तर पर सर्वेक्षण कार्य शुरू किया है। अब तक 70 फीसदी प्रभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण पूरा हो चुका है, जिसमें 4,800 से अधिक टीमें शामिल हैं। शेष क्षेत्रों में भी सर्वेक्षण कार्य जल्द पूरा करने के लिए प्रशासन 24x7 कार्यरत है। मुख्यमंत्री ने गांधीनगर से रीयल टाइम मॉनिटरिंग और उच्च स्तरीय बैठकें आयोजित कर स्थिति की जानकारी ली और कृषि विभाग को व्यापक रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री पटेल के साथ वन एवं पर्यावरण मंत्री अर्जुन मोढवाडिया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता डॉ. प्रद्युमन वाजा और ऊर्जा राज्य मंत्री कौशिक वेकरिया भी प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वासन दिया कि सरकार जल्द ही उदार राहत पैकेज की घोषणा करेगी। उन्होंने कहा कि हम किसानों को नुकसान से उबारने के लिए तेजी से कार्य कर रहे हैं। राज्य सरकार के अन्य मंत्रियों ने भी प्रभावित जिलों का दौरा किया। उप मुख्यमंत्री हर्ष संघवी ने सूरत, कृषि मंत्री जीतू वाघाणी ने भावनगर, आदिजाति विकास मंत्री नरेश पटेल ने तापी, वन एवं पर्यावरण मंत्री अर्जुन मोढवाडिया और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. प्रद्युमन वाजा ने जूनागढ़ और गीर सोमनाथ का दौरा किया। राज्य मंत्री कौशिकभाई वेकरिया ने अमरेली जिले का दौरा कर किसानों की समस्याओं को समझा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वेक्षण पूरा होते ही राहत पैकेज की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि किसानों को जल्द से जल्द सहायता मिले। राज्य सरकार की त्वरित कार्रवाई से किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है, जो बेमौसम बारिश से प्रभावित हुए हैं।
Published on:
03 Nov 2025 08:18 pm

