
डिवाइडर रोड एक्सीडेंट की जड़ भी बन रहे
ट्रैफिक की सहूलियत के लिए बनाए डिवाइडर रोड एक्सीडेंट की जड़ भी बन रहे हैं। पिछले 9 साल में शहर और हाइवे की सडक़ों पर डिवाइडर से वाहन टकराने की 10 घटनाएं हुई हैं। इनमें 5 लोगों की जान गई है जबकि 7 लोग घायल होकर लंबे समय तक अस्पतालों में भर्ती रहे हैं। ट्रैफिक एक्सपर्ट की नजर में ज्यादातर डिवाइडर्स बदतर हाल में है। कायदे से तो डिवाइडर्स पर सफेद काले रंग की पट्टी और इनके मुहाने पर रेडियम रिफ्लेक्टर होना चाहिए। लेकिन शहर के डिवाइडर्स की हालत देखकर लगता नहीं है कि इन पर रंगरोगन हुआ होगा। दिन के वक्त तो वाहन चालकों को डिवाइडर दूर से दिखते हैं लेकिन रात को पता नहीं चलता। इसलिए इनकी वजह से एक्सीडेंट होते हैं।
यातायात पुलिस के अधिकारी भी मानते हैं डिवाइडर्स पर पेंट और रेडियम रिफलेक्टर जरुरी है। अब सर्दियां आ गई है कोहरे की वजह से सडक़ों पर विजिवल्टी कम होगी। डिवाइडर्स पर रंग रोगन नहीं होने से रात के वक्त यह वैसे ही दूर से नहीं दिखते अब कोहरा रहेगा तो बिल्कुल दिखाई नहीं देंगे तो वाहन चालकों के लिए खतरा बढ़ा है।
शहर के अंदर रेसकोर्स रोड, गोला का मंदिर चौराहा से सात नंबर चौराहा, गर्म सडक़ मुरार, शिंदे की छावनी, सचिन तेंदुलकर मार्ग, इमली नाका, झांसी रोड, गोला मंदिर चौराहा से दीनदयाल नगर, सागर ताल रोड, चेतकपुरी रोड, थीम रोड, महलगांव रेलवे क्रासिंग से खेड़ापति रोड सहित अन्य रास्तों पर डिवाइडर बने हैं। इनमें गिने चुने पर रंग हुआ था वह भदरंग हो चुका है बाकी पर पुताई नहीं हुई है। इसलिए यह डिवाइडर हादसों की वजह बनते रहे हैं।
2025: कार एमपी 07 सीएफ 9153 ने सिटी सेंटर पर पांच लोगों को टक्कर मारी फिर डिवाइडर से टकराई।
2024: विक्की फैक्ट्री पर तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकराई उसमें पांच युवक सवार थे 3 की मौत हुई।
2023: गोला का मंदिर थाने के सामने कार एमपी 07 सीएसफ 3721 डिवाइडर से टकराई। कार के दरवाजे पिचक गए। कार सवार फलदान के लिए जा रहे थे।
2018: सिटी सेंटर पर कार ने डिवाइडर में टक्कर मारी। फुटपाथ पर जा रहे जीजा साले को कुचला फिर सांड में टक्कर मारी। कार दैविक जैन निवासी दानाओली चला रहा था।
2018: छतरपुर से मरीज लेकर आ रही एंबुलेंस सिथौली पर डिवाइडर से टकराई, एक की मौत तीन घायल
2021: जीडीए के सामने कार डिवाइडर से टकराई। उसमें कार चालक के अलावा महिला दो बच्चे थे
2016 मोहना में हाइवे पर डिवाइडर से बाइक टकराई चालक की मौत।
नियम के हिसाब से डिवाइडर्स की रंगाई होना चाहिए। इन पर रिफलेक्टर भी जरुरी है जिससे रात के वक्त वाहन चालकों को पता रहे कि सामने डिवाइडर है। इसके लिए सडक़ निर्माण करने वाली एजेसियों से कई बार कहा भी गया है। फिर डिवाइडर भदरंग तो हैं।
अजीत सिंह चौहान यातायात डीएसपी ग्वालियर
Published on:
12 Nov 2025 06:14 pm
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