
नरसिंहपुर। पितृपक्ष के मौके पर रेलवे ने प्रयागराज, वाराणसी और गया जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए स्पेशल ट्रेनों की घोषणा तो कर दी है, लेकिन जिले के एक भी स्टेशन को इनका स्टॉपेज नसीब नहीं हुआ। नतीजा यह है कि गोटेगांव, नरसिंहपुर, करेली और गाडरवारा जैसे स्टेशनों से हर साल हजारों की संख्या में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को 100 से 250 किलोमीटर दूर रानी कमलापति, सागर या जबलपुर जाकर ट्रेन पकडऩी होगी।
जिले के स्टेशनों की अनदेखी
इस वर्ष पितृपक्ष का सीजन 7 सितंबर से शुरू हो रहा है। लेकिन रेलवे ने जबलपुर,इटारसी ट्रैक को पूरी तरह नजरअंदाज करते हुए सभी स्पेशल ट्रेनें रानी कमलापति, सागर और कटनी होकर चलाने का फैसला किया है। इससे जिले के श्रद्धालुओं में गहरी नाराजगी है।जिले के स्टेशनों की अनदेखी
इस वर्ष पितृपक्ष का सीजन 7 सितंबर से शुरू हो रहा है। लेकिन रेलवे ने जबलपुर,इटारसी ट्रैक को पूरी तरह नजरअंदाज करते हुए सभी स्पेशल ट्रेनें रानी कमलापति, सागर और कटनी होकर चलाने का फैसला किया है। इससे जिले के श्रद्धालुओं में गहरी नाराजगी है।
रिजर्वेशन की भारी किल्लत
नियमित चलने वाली ट्रेनों में भी रिजर्वेशन की भारी दिक्कत है। अधिकांश ट्रेनों की सीटें हाउसफु ल हैं।हालत यह है कि स्लीपर कोच तो दूर, वातानुकूलित कोच में भी टिकट मिलना नामुमकिन हो गया है।मजबूर होकर लोग बसों और निजी टैक्सियों के विकल्प तलाश रहे हैं।रिजर्वेशन की भारी किल्लत
नियमित चलने वाली ट्रेनों में भी रिजर्वेशन की भारी दिक्कत है। अधिकांश ट्रेनों की सीटें हाउसफु ल हैं।हालत यह है कि स्लीपर कोच तो दूर, वातानुकूलित कोच में भी टिकट मिलना नामुमकिन हो गया है।मजबूर होकर लोग बसों और निजी टैक्सियों के विकल्प तलाश रहे हैं।
यात्रियों में आक्रोश
स्थानीय यात्रियों का कहना है कि जिले के स्टेशनों से हर साल हजारों लोग पितृपक्ष पर तीर्थ यात्रा करते हैं, लेकिन रेलवे ने उनकी सुविधा का ध्यान ही नहीं रखा। हमने पहले से टिकट कराने की कोशिश की, लेकिन न तो रिजर्वेशन मिला और न ही यहां से स्पेशल ट्रेन की सुविधा। हमें बुजुर्गों के साथ जबलपुर या रानी कमलापति जाना पड़ेगा। ऐसे में सफर कम से कम सौ से ढाई सौ किमी का अतिरिक्त हो जाएगा। यह बहुत मुश्किल है, एक यात्री ने नाराजगी जताई।
अपेक्षा प्रशासन से
लोगों ने मांग की है कि रेलवे और स्थानीय जनप्रतिनिधि इस मामले में हस्तक्षेप करें और कम से कम जिले के प्रमुख स्टेशनों,नरसिंहपुर, करेली और गाडरवारा पर स्पेशल ट्रेनों का स्टॉपेज सुनिश्चित कराएं। श्रद्धालुओं का कहना है कि धार्मिक आस्था से जुड़ा यह समय परंपरा का पर्व है और इसमें सुविधाओं की अनदेखी से हजारों लोगों को कठिनाई झेलनी पड़ेगी।यात्रियों में आक्रोश
स्थानीय यात्रियों का कहना है कि जिले के स्टेशनों से हर साल हजारों लोग पितृपक्ष पर तीर्थ यात्रा करते हैं, लेकिन रेलवे ने उनकी सुविधा का ध्यान ही नहीं रखा। हमने पहले से टिकट कराने की कोशिश की, लेकिन न तो रिजर्वेशन मिला और न ही यहां से स्पेशल ट्रेन की सुविधा। हमें बुजुर्गों के साथ जबलपुर या रानी कमलापति जाना पड़ेगा। ऐसे में सफर कम से कम सौ से ढाई सौ किमी का अतिरिक्त हो जाएगा। यह बहुत मुश्किल है, एक यात्री ने नाराजगी जताई।
अपेक्षा प्रशासन से
लोगों ने मांग की है कि रेलवे और स्थानीय जनप्रतिनिधि इस मामले में हस्तक्षेप करें और कम से कम जिले के प्रमुख स्टेशनों,नरसिंहपुर, करेली और गाडरवारा पर स्पेशल ट्रेनों का स्टॉपेज सुनिश्चित कराएं। श्रद्धालुओं का कहना है कि धार्मिक आस्था से जुड़ा यह समय परंपरा का पर्व है और इसमें सुविधाओं की अनदेखी से हजारों लोगों को कठिनाई झेलनी पड़ेगी।
वर्जन
पितृपक्ष में स्पेशल ट्रेन के लिए अभी नरङ्क्षसहपुर स्टेशन के लिए किसी प्रकार का नोटिफिकेशन नहीं मिला हैै।यह ट्रेन जबलपुर से चलती है।
सुनील जाट प्रबंधक रेलवे स्टेशन नरसिंहपुर
कब चलेंगी स्पेशल ट्रेनें
ट्रेन क्रमांक 01661 - रानी कमलापति से 7, 12 और 17 सितंबर को रवाना होगी।
ट्रेन क्रमांक 01662 - गयाजी से 10,15 और 20 सितंबर को लौटेगी।
ट्रेन क्रमांक 01705 - जबलपुर से 9, 14 और19 सितंबर को कटनी होकर जाएगी।
ट्रेन क्रमांक 01706 - गयाजी से 8,13 और 18 सितंबर को वापसी करेगी।
Published on:
21 Aug 2025 04:07 pm

