
तमिलनाडु ने गेमिंग कंपनियों से साझेदारी की, आईजीडीसी में दीर्घकालिक निवेश और कौशल विकास पर जोर
चेन्नई. तमिलनाडु सरकार ने इंडिया गेम डेवलपर कॉन्फ्रेंस (आईजीडीसी, IGDC) के दौरान प्रमुख गेमिंग कंपनियों के साथ भागीदारी समझौते किए हैं। यह पहल गेम डेवेलपमेंट, डिजाइन और इमर्सिव मीडिया में दीर्घकालिक निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है।
इस अवसर पर नजारा टेक्नोलॉजीज, लक्ष्य डिजिटल और रिलायंस गेम्स के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। गेम डेवलपर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (जीडीएआई, GDAI) और हिंदुस्तान यूनिवर्सिटी के बीच कौशल व अनुसंधान के लिए भी करार हुआ। इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री पलानीवेल थियागा राजन उपस्थित रहे।
आईजीडीसी 2025 के दूसरे दिन उदयनिधि स्टालिन ने राज्य की एवीजीसी-एक्सआर (एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी) नीति को दशकों से जारी डिजिटल पहल का अगला अध्याय बताया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि के योगदान को याद किया, जिन्होंने 1998 में देश का पहला आईटी विभाग स्थापित किया और स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा लागू की थी।
उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि यह विरासत मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व में आगे बढ़ी है और अब तमिलनाडु "एआर, वीआर और इमर्सिव टेक्नोलॉजीज के क्षेत्र में अग्रणी" है। उन्होंने कहा, "यह नीति केवल एक उद्योग के बारे में नहीं, बल्कि कल्पना, सहयोग और नवाचार को सशक्त करने के बारे में है।" आगामी नीति के तहत चेन्नई में छह माह के भीतर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और प्रमुख शहरों में क्षेत्रीय हब स्थापित किए जाएंगे।
जीडीएआई के चेयरपर्सन श्रीधर मुप्पिडी ने कहा कि तमिलनाडु ने नवाचार और युवा-आधारित डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में अन्य राज्यों के लिए मानक स्थापित किया है।
कार्यक्रम में राज्य-स्तरीय सहयोग भी देखने को मिला। केरल के एवीजीसी नेटवर्क ने राज्य के आईटी सचिव की उपस्थिति में साझेदारी की। इसमें केरल स्थित स्टूडियो और डेटसी स्कूल, जो जेबू एनीमेशन की सीएसआर शाखा है, के बीच एक एमओयू शामिल था। इस मॉडल को भारत में छात्र-नेतृत्व वाले गेम निर्माण के क्षेत्र में पहली बार बताया गया है।

Published on:
06 Nov 2025 07:34 pm

