
Weather Forecast: देश के दक्षिणी और मध्य हिस्सों में मौसम तेजी से करवट ले रहा है। भारतीय मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, अगले पांच दिनों के दौरान देश के कई राज्यों में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा कुछ राज्यों में भीषण शीतलहर के प्रभाव देखने को मिलेंगे। मौसम विभाग के अनुसार, 15 नवंबर 2025 से शुरू हो रहे इस मौसम चक्र के तहत दक्षिण भारत में भारी बारिश के साथ तूफानी गतिविधियां बढ़ेंगी, जबकि उत्तर और मध्य भारत में सुबह-रात के तापमान में गिरावट से ठंड का असर और तेज होने की संभावना है।
मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में अगले पांच दिनों के दौरान मौसम में बड़ा बदलाव नहीं दिख रहा है। दिन के समय हल्की धुन्ध या हैज़ बने रहने की संभावना है, जिससे धूप धुंधली महसूस होगी, जबकि रात में तापमान गिरकर करीब 12-14 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की उम्मीद है। अधिकतम तापमान लगभग 24-25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। इसके साथ ही वायु गुणवत्ता 'खतरनाक' श्रेणी में बनी रहने की संभावना है। इसलिए बाहर निकलते समय मास्क पहनने और लंबे समय तक घरों से बाहर न रहने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग ने केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसमें भी केरल के तटवर्ती और पहाड़ी इलाकों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। इसके चलते भूस्खलन तथा नदियों के जलस्तर में वृद्धि की आशंका भी जताई जा रही है। दूसरी ओर, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बारिश के साथ-साथ बिजली चमकने और गरज के साथ तूफानी गतिविधियां बढ़ेंगी। तटीय जिलों चेन्नई, नागपट्टिनम, रामनाथपुरम और तूतीकोरिन में तेज हवाओं और चमकदार बिजली कड़कने की घटनाएं अधिक देखने को मिल सकती हैं।
मन्नार की खाड़ी, पास के कोमोरिन क्षेत्र तथा दक्षिण एवं उत्तरी तमिलनाडु के तटवर्ती समुद्री इलाकों में हवा की रफ्तार अगले कुछ दिनों तक 35 से 45 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी, जो कई मौकों पर बढ़कर 55 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। इसके चलते समुद्र में तेज हवाओं के कारण लहरों की ऊंचाई में वृद्धि और समुद्री परिस्थिति में अस्थिरता की आशंका है। मौसम विभाग ने मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी है, जबकि तटीय आबादी को सतर्क रहने को कहा गया है।
बदलते मौसम का असर अब उत्तर और मध्य भारत में स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों में छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, झारखंड, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। हवा की नमी कम होने और उत्तरी हवाओं के सक्रिय होने से तापमान में 2–4 डिग्री की गिरावट संभव है। मध्य प्रदेश के उत्तरी जिलों यानी ग्वालियर, चंबल, भोपाल और सागर मंडल में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज हो सकता है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल और तराई क्षेत्रों में भी हल्की धुंध और कोहरे की परत बढ़ेगी।
झारखंड और इसके आसपास के क्षेत्रों में दिन का तापमान धीरे-धीरे गिरने लगेगा। रात का तापमान सामान्य से नीचे जाने के संकेत हैं। हजारीबाग, गिरिडीह, बोकारो और धनबाद में सुबह-शाम हल्की ठंडक बढ़ेगी और मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव क्षेत्र और अरब सागर से मिल रही नमी के कारण दक्षिण भारत में बारिश गतिविधियां तेज बनी रहेंगी, जबकि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के बाद साफ आसमान और उत्तरी हवाओं की सक्रियता ठंड को बढ़ाएगी।
Updated on:
15 Nov 2025 05:54 pm
Published on:
15 Nov 2025 03:19 pm

