
शादाब अहमद
तारापुर/लखीसराय (बिहार)। बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार सुर्खियों में हैं दो पड़ोसी सीटें-तारापुर और लखीसराय। संयोग यह कि दोनों ही सीटों से राज्य के दो डिप्टी सीएम चुनाव मैदान में हैं। तारापुर से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और लखीसराय से उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा चुनाव मैदान में है। सम्राट के सामने अपने पिता शकुनी चौधरी की विरासत को आगे बढ़ाने की चुनौती है। जबकि सिन्हा लगातार चौथी जीत दर्ज कर राजनीतिक पकड़ बनाए रखने की परीक्षा से गुजर रहे हैं।
तारापुर विधानसभा सीट कभी दिग्गज नेता शकुनी चौधरी का राजनीतिक गढ़ रही है। अब उनके पुत्र सम्राट चौधरी इसी सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। यह सीट न सिर्फ भाजपा के लिए प्रतिष्ठा, बल्कि सम्राट के लिए विरासत की परीक्षा बन गई है। जनसुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने सम्राट की शैक्षणिक योग्यता (दसवीं पास) को मुद्दा बनाने की कोशिश की, मगर जमीनी स्तर पर इसका असर नहीं दिख रहा है। जनसुराज ने शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष सिंह को उम्मीदवार बनाया है, जबकि 2020 में मामूली अंतर से हारने वाले अरुण शाह को राजद ने फिर से मैदान में उतारा है। इसी क्षेत्र में शामिल खडगपुर के रामभरोसे कुशवाह कहते हैं, ‘जबसे खडगपुर विधानसभा खत्म हुई और तारापुर मुख्यालय बना, सरकारी दफ्तर उधर चले गए।’ वहीं सुखदेव अग्रवाल का कहना है, ‘गृह मंत्री अमित शाह ने सम्राट को ‘बड़ा आदमी’ यानी मुख्यमंत्री बनाने की बात कही है, अगर वे जीतेंगे तो क्षेत्र का भला तय है।"
लखीसराय से दूसरे उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा भाजपा के टिकट पर चनाव लड़ रह हैं। इस सीट से वे जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं और लगातार चौथी जीत की तलाश में है। हर बार वोट के बिखराव से सिन्हा की राह आसान रही है, लेकिन इस बार कांग्रेस प्रत्याशी अमरेश कुमार अनीश ने सिन्हा के लिए चक्रव्यूह तैयार कर चुनाव को सीधी लड़ाई में बदल दिया है। 2020 के चुनाव में निर्दलीय पूर्व विधायक फुलैना सिंह व निर्दलीय सुजीत कुमार ने 11-11 हजार वोट हासिल किए थे। इस बार दोनों ही नेता कांग्रेस के अमरेश के समर्थन में खुलकर आ गए हैं। इसके चलतेे सिन्हा अब सीधी टक्कर में फंस गए हैं। लखीसराय बाइपास पर रेस्टोरेंट चलाने वाले रूपकुमार झा ने फ्लाइ ओवर दिखाते हुए कहा कि अधिकांश सडक़ें तो अच्छी हो गई है, लेकिन अस्पताल और स्कूलों की हालत ठीक नहीं है। वहीं रेलवे स्टेशन पर गृहणी ममता कुमारी ने कहा कि सरकार ने फॉर्म भरवाकर खाते में पैसे भेजे हैं। बिजली का बिल तो अब जीरो गया है।
छह और आठ लेन एक्सप्रेस वे के दौर में तारापुर से जमुई को जोडऩे वाले नेशनल हाइवे 333 अब भी सिंगल लेन का है। ऐसे में इस हाइवे पर आमने-सामने एक-साथ दो वाहन निकालने में खासी परेशानी रहती है। इस हाइवे पर अधिकांशतया जाम लगा रहता है। तारापुर के बाहरी रोड पर रहने वाले युवा बजरंग साहू ने कहा कि एक तो यह सिंगल लेन रोड है। साथ ही बालू के डंपर चलने से साइडों में बड़े-बड़े गड्ढे हो रहे हैं। यह सही है कि क्षेत्र से सम्राट और सिन्हा डिप्टी सीएम है, लेकिन उन्होंने इस हाइवे और रोजगार अब तक ध्यान नहीं दिया है।
Published on:
03 Nov 2025 12:55 pm

