
Blind Murder: दिल्ली से सटे गुरुग्राम में पुलिस ने एक ब्लाइंड मर्डर की ऐसी गुत्थी सुलझाई है, जिसे जानकर हर कोई हैरान है। पुलिस का कहना है कि 40 साल के सोनपाल की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई, क्योंकि वह अपने जूनियर साथी कुशलपाल की प्रेमिका से दोस्ती करना चाहता था। दूसरी ओर कुशलपाल का कहना है कि सोनपाल उसकी प्रेमिका पर गंदी नजर रखता था। इसके चलते वह उसकी प्रेम भरी जिंदगी में रोड़ा बनने लगा था। इसी के चलते उसने अपनी लिव इन पार्टनर के साथ सोनपाल की हत्या की खौफनाक योजना बनाई। यह मामला सुलझाने में पुलिस को लगभग 40 दिन लगे। गुमशुदगी से शुरू हुई जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही थी, वैसे-वैसे चौंकाने वाली सच्चाई सामने आती गई। इसके बाद पुलिस ने 26 साल के कुशलपाल को उसकी 19 साल की लिव इन पार्टनर भावना के साथ गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि सोनपाल की अनुचित डिमांड से कुशलपाल तंग आ चुका था। यह बात जब उसने अपनी लिव इन पार्टनर भावना को बताई तो उसका गुस्सा भी सातवें आसमान पर चढ़ गया। इसके बाद दोनों ने सोनपाल की हत्या की योजना बनाई। इसके तहत कुशलपाल ने सोनपाल से मथुरा चलने के लिए कहा और मथुरा में ही अपनी लिव इन पार्टनर के साथ दोस्ती कराने का झांसा दिया। इस झांसे में फंसा सोनपाल मथुरा चलने के लिए राजी हो गया। इसके बाद दोनों ने उसे रास्ते में ही मौत के घाट उतार दिया। इस दौरान भावना ने सोनपाल के सिर में हेलमेट से वार किए, जबकि कुशलपाल ने उसकी गर्दन पर कम से कम एक दर्जन चाकू मारे।
इधर, गुरुग्राम से 40 साल के सोनपाल के अचानक लापता होने से परिजनों और कंपनी में हड़कंप मच गया। मामला पुलिस के पास पहुंचा तो गुमशुदगी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई। गुरुग्राम पुलिस सूत्रों की मानें तो यह केस शुरुआत में गुमशुदगी जरूर दिख रहा था, लेकिन जांच आगे बढ़ी तो पुलिस के सामने रिश्तों से जुड़ी खटास और रंजिश के जाल की तस्वीर साफ होने लगी। पुलिस ने बहुत बारीकी से मामले की जांच जारी रखी और चौंकाने वाला सच सामने आ गया। आखिरकार उस राज का पर्दाफाश हुआ, जिसने पूरे केस को ब्लाइंड मर्डर से सीधे एक सोची-समझी साजिश में बदल दिया।
पुलिस के अनुसार, मृतक सोनपाल चार अक्टूबर को लापता हुआ। परिवार की शिकायत मिलने के बाद जब उसका मोबाइल फोन सर्विलांस पर डाला गया तो उसकी लोकेशन उत्तर प्रदेश के कोसी बॉर्डर के पास मिली। इसके बाद पुलिस ने और गहराई से छानबीन शुरू की तो सोनपाल के जूनियर साथी कुशलपाल की लोकेशन भी वहीं मिली। पुलिस ने कुशलपाल से पूछताछ की तो पहले उसने टाल-मटोल किया। इसपर पुलिस ने कंपनी के अन्य कर्मचारियों से भी मामले की जानकारी ली। इस दौरान सोनपाल और कुशलपाल के बीच मनमुटाव की जानकारी सामने आई। इसपर पुलिस ने फिर कुशलपाल से पूछताछ की।
कुशलपाल ने पुलिस पूछताछ में बताया “सोनपाल हमारा सीनियर था। हम एक ही कंपनी में काम करते थे। उसने एक दिन मेरी लिव इन पार्टनर को देखा तो उसकी नीयत खराब हो गई। वह मेरी लिव इन पार्टनर के साथ दोस्ती करना चाहता था। कई बार उसने मुझे लुभावने ऑफर दिए और लिव इन पार्टनर से मिलवाने का दबाव बनाया, लेकिन हर बार मैं उसकी बात को टाल देता था। अब बात ज्यादा आगे बढ़ चुकी थी। वह मेरे कमरे पर भी आने लगा था। इससे मेरी लिव इन पार्टनर भावना भी असजह रहने लगी थी। इस बारे में बात करने पर सोनपाल भड़क उठता था। वह मुझे कई तरह की धमकियां देता था।”
कुशलपाल ने आगे बताया कि इसी बात से नाराज होकर वह और उसकी लिव इन पार्टनर सोनपाल से रंजिश रखने लगे। इस रंचिश के चलते ही हत्या की योजना बनाई। इसके तहत 4 अक्टूबर को कुशलपाल और भावना ने सोनपाल को मथुरा घुमाने का झांसा दिया। वे उसे बाइक पर बिठाकर केएमपी रोड से होते हुए यूपी के कोसी बॉर्डर तक ले गए। वहीं दोनों ने मिलकर सोनपाल पर हमला कर दिया। भावना ने उसके सिर पर हेलमेट मारा और कुशलपाल ने चाकू से सोनपाल की गर्दन पर एक दर्जन वार किए। कुशलपाल की निशानदेही पर कोसी बॉर्डर से सोनपाल का शव बरामद हो गया है। इसके साथ ही हत्या में प्रयुक्त चाकू, हेलमेट, बाइक और सोनपाल का आईडी कार्ड भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। अब दोनों आरोपियों को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा।
Updated on:
15 Nov 2025 11:04 am
Published on:
15 Nov 2025 11:03 am

