
जम्मू-कश्मीर की स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने गुरुवार को कश्मीर टाइम्स के जम्मू स्थित दफ्तर पर छापेमारी की। एजेंसी के मुताबिक, यह कार्रवाई अखबार के खिलाफ दर्ज मामले में की गई है, जिसमें संगठन पर "आतंकवादी और अलगाववादी विचारधारा फैलाने" और "राष्ट्र-विरोधी तत्वों के साथ आपराधिक साजिश" के आरोप हैं।
SIA के अनुसार, दफ्तर की तलाशी में एक रिवॉल्वर, AK सीरीज के 14 खाली खोखे, तीन जिंदा AK कारतूस, चार फायर बुलेट्स, तीन हैंड ग्रेनेड के सेफ्टी लीवर और तीन संदिग्ध पिस्तौल राउंड बरामद हुए। एजेंसी ने इन सामग्रियों को "गंभीर प्रकृति" की बताते हुए कहा कि वे जांच का हिस्सा हैं।
तलाशी के दौरान कश्मीर टाइम्स के मैनेजर संजीव केरनी को उनके घर से बुलवाया गया। इसके बाद, SIA की टीम संपादक प्रबोध जामवाल के गांधीनगर स्थित आवास पर भी पहुंची और करीब दो घंटे तक तलाशी ली। वर्तमान में, संपादक के घर में उनकी बड़ी बेटी अंजू भसीन रहती हैं, जो इस समय विदेश में हैं।
कश्मीर टाइम्स की कार्यकारी संपादक अनुराधा भसीन और उनके पति प्रबोध जामवाल ने एक संयुक्त बयान जारी कर छापेमारी की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, "ये आरोप निराधार हैं और प्रेस की स्वतंत्रता को कुचलने के उद्देश्य से लगाए गए हैं। हम सरकार से संवैधानिक रूप से गारंटीकृत प्रेस की आज़ादी का सम्मान करने की मांग करते हैं।"
जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने इस छापेमारी का समर्थन करते हुए कहा, "इस तरह की कार्रवाई तभी की जाती है जब गलत काम साबित हो जाता है, न कि दबाव बनाने के लिए।"
SIA ने कश्मीर टाइम्स पर "झूठी और भड़काऊ खबरें फैलाने", "युवाओं को कट्टरपंथी बनाने" और "भारत की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती देने" जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। हालांकि, यह भी कहा गया कि जांच जारी है और अनुराधा भसीन से भी पूछताछ की जा सकती है।
कश्मीर टाइम्स की स्थापना 1954 में प्रसिद्ध पत्रकार वेद भसीन ने की थी, और यह जम्मू-कश्मीर का सबसे पुराना अंग्रेजी अखबार है। फिलहाल, इसका जम्मू संस्करण बंद है और यह मुख्य रूप से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सक्रिय है।
Published on:
20 Nov 2025 10:35 pm

