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‘संजय यादव मुर्दाबाद…बिहार छोड़ो’: राबड़ी के आवास पर RJD कार्यकर्ताओं का हंगामा

पटना स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर कार्यकर्ताओं ने संजय यादव को विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार का जिम्मेदार ठहराया। इसके साथ ही उन्होंने "संजय यादव मुर्दाबाद" और "रोहिणी आचार्य जिंदाबाद" के नारे लगाए।

RJD workers
राबड़ी के आवास पर RJD कार्यकर्ताओं का हंगामा (Phaoto-ANI)

RJD Workers Create Ruckus at Rabri Devi: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में RJD को मिली करारी हार के बाद पार्टी के अंदर घमासान मच गया है। सोमवार को पटना स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर दर्जनों कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। यह विरोध तेजस्वी यादव को विधानसभा दल का नेता चुने जाने के ठीक बाद भड़का। कार्यकर्ता सुबह से जमा होने लगे और संख्या बढ़ने के साथ ही नारेबाजी तेज हो गई।

‘संजय यादव मुर्दाबाद’, ‘संजय यादव हरियाणा जाओ’ के नारे

राबड़ी आवास के बाहर नारेबाजी में ‘संजय यादव मुर्दाबाद’, ‘संजय यादव हरियाणा जाओ’ और ‘रोहिणी आचार्य जिंदाबाद’ के नारे गूंजे। कार्यकर्ताओं ने राज्यसभा सांसद संजय यादव को पार्टी की हार का मुख्य जिम्मेदार ठहराते हुए उनका पुतला फूंका। लालू प्रसाद यादव ने कार्यकर्ताओं को शांत करने की कोशिश की, लेकिन माहौल गरमाया रहा।

संजय यादव बिगाड़ी चुनावी रणनीति

कार्यकर्ताओं का आरोप है कि हरियाणा मूल के संजय यादव, जो तेजस्वी के करीबी सलाहकार हैं, ने चुनावी रणनीति बिगाड़ी। टिकट वितरण से लेकर कैंपेन तक उनके फैसलों ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया। एक कार्यकर्ता ने कहा, 'संजय ने बिहार की राजनीति को हरियाणा की दुकान बना दिया। हम रोहिणी दीदी के साथ हैं।'

पार्टी की हार का आंकड़ा: 75 से घटकर 25 सीटें

चुनाव में RJD को महागठबंधन के साथ मिलाकर सिर्फ 35 सीटें मिलीं, जबकि NDA ने 202 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी। RJD ने 143 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन सिर्फ 25 पर जीत हासिल की। विशेषज्ञों का मानना है कि आंतरिक कलह और गलत रणनीति ने पार्टी की साख को धक्का पहुंचाया। JDU ने तो महाभारत थीम वाले पोस्टर लगाकर लालू को धृतराष्ट्र, राबड़ी को गांधारी, तेजस्वी को दुर्योधन और संजय को संजय तक बता दिया।

रोहिणी आचार्य के आरोप: अपमान और अपशब्दों की चुभन

प्रदर्शन रोहिणी आचार्य के बयानों से प्रेरित लगता है। शनिवार को उन्होंने X पर पोस्ट कर राजनीति छोड़ने और परिवार से दूरी बनाने का ऐलान किया। रोहिणी ने संजय यादव और रमीज नेमत खान पर हार का ठीकरा फोड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय और रमीज ने उन्हें अपमानित किया—अपशब्दों से लेकर चप्पल उठाने तक। उन्होंने लिखा, 'संजय और रमीज ने कहा था कि राजनीति छोड़ो और परिवार से कट जाओ। मैं सारा दोष ले रही हूं।'

बीजेपी ने आरजेडी पर बोला हमला

रोहिणी ने दावा किया कि संजय के प्रभाव से तेजस्वी के फैसले प्रभावित हुए, जिससे पार्टी कमजोर हुई। एयरपोर्ट पर उन्होंने कहा, 'मेरा परिवार नहीं बचा। संजय का नाम लेते ही घर से निकाल दिया जाता है।' रोहिणी, जो 2024 में सारण से लोकसभा चुनाव हारीं, ने किडनी डोनेट करने के बाद भी अपमान सहा। बीजेपी ने इसे 'महिलाविरोधी मानसिकता' बताकर RJD पर हमला बोला। बता दें कि रविवार को तीन अन्य बहनें—राजलक्ष्मी, रागिनी और चंदा—भी दिल्ली चली गईं, जिससे लालू-राबड़ी आवास में सन्नाटा छा गया।