Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

प्लस

प्लस

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

रोहिणी आचार्य के मामले पर लालू यादव ने तोड़ी चुप्पी, जानें परिवार और पार्टी के लिए क्या कहा

बेटी रोहिणी आचार्य के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। लालू यादव ने अपने परिवार और पार्टी को लेकर अपनी बात रखी है।

Lalu Prasad Yadav
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव। (फोटो- ANI)

बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के साथ लालू प्रसाद यादव के घर में घमासान मचा हुआ है। रोहिणी आचार्य ने अपने भाई तेजस्वी यादव और उनके सलाहकार संजय यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए घर छोड़ दिया है। इस मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पूर्व सीएम लालू प्रसाद ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से पार्टी की एकता और प्रदर्शन में सुधार पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया है।

'यह परिवार का अंदरूनी मामला है'

पटना में पार्टी विधायकों की एक बैठक में लालू प्रसाद ने कहा, 'यह एक आंतरिक पारिवारिक मामला है और इसे परिवार के भीतर ही सुलझा लिया जाएगा। मैं इससे निपटने के लिए मौजूद हूं।' बैठक में सर्वसम्मति से छोटे बेटे तेजस्वी यादव को राजद विधायक दल का नेता चुना गया।

रोहिणी आचार्य ने लगाए ये गंभीर आरोप

लालू प्रसाद की यह टिप्पणी उनकी बेटी रोहिणी आचार्य के सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से भड़काऊ बयान की पृष्ठभूमि में आई है, जिसमें उन्होंने शनिवार को राजनीति छोड़ने की घोषणा की और कहा कि वह अपने परिवार से दूर जा रही हैं। 46 वर्षीय रोहिणी ने अपने इस फैसले का श्रेय पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय यादव और तेजस्वी यादव के सहयोगी रमीज को दिया है, क्योंकि राजद राज्य विधानसभा चुनावों में केवल 25 सीटें ही जीत पाई, जो बिहार चुनावों में पार्टी का एक दशक में सबसे खराब प्रदर्शन था।

रोहिणी की तीन बहनों ने भी छोड़ा पिता का घर

इसके अगले दिन यानी रविवार को रोहिणी की तीन अन्य बहनें, चंदा, रागिनी और हेमा भी लालू का घर छोड़कर चली गईं। उन्होंने टूटे विश्वास और भाई-बहनों की अपेक्षा बाहरी लोगों के प्रति पक्षपात का हवाला दिया।