भारत (India) रूस (Russia) के एसयू-57 (SU57) लड़ाकू विमानों की कम से कम दो स्क्वॉड्रन खरीदने की संभावना पर विचार कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, इस सौदे के तहत भारत अपने यहां इन विमानों का उत्पादन करने की संभावना भी देख रहा है। रूस की संघीय सैन्य-तकनीकी सहयोग सेवा के प्रमुख दिमित्री शुगायेव ने कहा है कि भारत पहले ही एस-400 सिस्टम का इस्तेमाल कर रहा है और इस क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाने की संभावना है।
यह दो इंजन वाला 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जो राडार से छिपने की क्षमता रखता है। इसे हवाई लड़ाई और जमीनी या समुद्री हमलों दोनों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी सबसे तेज रफ्तान रफ्तार मैक 2 यानी आवाज की गति से लगभग दोगुनी है। यह करीब 1,900 किलोमीटर तक बिना रुके युद्ध कर सकता है। यह फुर्तीला और तेज है।
रूस का विमान अमरीका के एफ-35 लड़ाकू विमान के मुकाबले सस्ता है। एक एफ-35 विमान लगभग 660 करोड़ से 900 करोड़ रुपए तक का है। इसके मुकाबले एसयू-57 लगभग 290 करोड़ से 330 करोड़ रुपए का है। रूस ने एसयू-57 को एफ-35 के बराबर बताया है।
एसयू-57 जेट 7.4 टन तक हथियार ले जा सकता है, जिनमें हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं। इसमें बेहद उन्नत इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम हैं, जिनमें एक ताकतवर ऑनबोर्ड कंप्यूटर भी शामिल है। इस कंप्यूटर को अक्सर इलेक्ट्रॉनिक सेकंड पायलट कहा जाता है, क्योंकि यह पायलट की मदद करता है और कई काम अपने आप संभाल लेता है।
एसयू-57 फाइटर जेट अगर भारत के पास आ जाते हैं तो इससे वायु शक्ति में बड़ा इजाफा होगा। रूस का ऑफर भारत की रक्षा तैयारियों को अगले स्तर पर ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। भारतीय वायुसेना के बेड़े में पांचवीं पीढ़ी का यह जेट दुश्मनों के लिए काल साबित होगा।
Published on:
24 Sept 2025 07:17 am