
जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने रविवार को राज्य का दर्जा बहाल करने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यदि तय समय में राज्य का दर्जा बहाल नहीं किया गया तो वह सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे। सीएम अब्दुल्ला ने यह बयान एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कही है। उमर अब्दुल्ला का यह बयान पहली बार नहीं है, इससे पहले भी वे इस तरह का बयान दे चुके हैं।
बता दें कि सीएम उमर अब्दुल्ला का यह बयान कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि हाल ही में संपन्न राज्यसभा चुनावों में कथित क्रॉस वोटिंग का मामला सामने आया था। प्रदेश की चार सीटों पर हुए राज्यसभा चुनाव में NC ने तीन और बीजेपी ने एक सीट पर जीत हासिल की थी।
दरअसल, चौथी सीट पर बीजेपी की जीट पर सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने आश्चर्य व्यक्त किया है, क्योंकि उनका मानना था कि चारों पर उनकी पार्टी की जीत होगी। हालांकि चौथी सीट पर बीजेपी प्रत्याशी की जीत के बाद क्रॉस वोटिंग का भी मुद्दा उठा था।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने अब कहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के किसी भी विधायक ने पार्टी व्हिप के खिलाफ जाकर वोट नहीं दिया और सभी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के चार उम्मीदवारों, मोहम्मद रमजान चौधरी, सज्जाद किचलू, शमी ओबेरॉय और इमरान नबी डार को वोट दिया।
बता दें कि चौथी राज्यसभा सीट के लिए एनसी की तरफ से इमरान नबी डार चुनाव लड़ रहे थे। इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी सत शर्मा ने जीत हासिल की। उमर अब्दुल्ला गैर-नेशनल कॉन्फ्रेंस के उन विधायकों पर आरोप लगा रहे हैं जिन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस को समर्थन देने की घोषणा की थी, लेकिन अंततः चौथी सीट पर भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया।
चौथी सीट पर भाजपा उम्मीदवार को 32 वोट मिले, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार को 22 वोट मिले। चौथी सीट पर भाजपा के अपने 28 वोट थे और उमर अब्दुल्ला और अन्य नेता अब यह जानना चाहते हैं कि इस सीट के लिए किन चार विधायकों ने भाजपा को वोट दिया।
नेशनल कॉन्फ्रेंस चौथी सीट पर छह कांग्रेस विधायकों, एक माकपा विधायक, पाँच निर्दलीय, एक अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) और एक आम आदमी पार्टी (आप) के समर्थन पर निर्भर थी।
Published on:
26 Oct 2025 05:54 pm

