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शाहीन 2016 से ही देश को दहलाने की रच रही थी साजिश, कौम का कर्ज उतारने के लिए पति और 2 बच्चों का भी मोह छोड़ा

NIA से जुड़े एक अधिकारी ने बताया है कि, डॉ. शाहीन पिछले 10 सालों से जैश से जुड़ी हुई थी। परिवार और नौकरी छोड़ने पर सवाल किए जाने पर शाहीन ने कहा था कि, परिवार और नौकरी में क्या रखा है। अपने लिए बहुत जी लिए अब कौम का कर्ज उतारने का समय है। मैं सब कुछ छोड़ कर इसी में लगी हूं।

Dr. Shaheen Saeed
वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल की सदस्य डॉ. शाहीन सईद

राजधानी दिल्ली में 10 नंवबर को लाल किले के पास धमाका करने वाले आतंकी डॉक्टरों के एक वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल की सदस्य डॉ. शाहीन सईद 2015 से जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी हुई है। खबरों के अनुसार, नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) से जुड़े एक अधिकारी ने इस बात का खुलासा किया है। शाहीन वहीं महिला है, जिसे इस वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल के समूह का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। शाहीन के जैश के सरगना मसहूद अजहर की बहन सादिया अजहर से सीधे संपर्क होने की बात भी सामने आई थी।

2016 में समूह की सक्रिय सदस्य बनी

NIA के अधिकारी ने बताया कि, दस सालों पहले जैश से जुड़ी थी और फिर करीब एक साल तक उसने खुफियां जानकारियां जैश तक पहुंचाई। 2016 में उसे इस आतंकी समूह का सक्रिय सदस्य बनाया गया इसके बाद से वह जैश के आदेशों पर देश को दहलाने की साजिश रच रही है। इन दस सालों में शाहीन किन लोगों के संपर्क में आई और उसने कितने लोगों को संगठन से जोड़ा इसका पता लगाने के लिए सुरक्षा एजेंसी जांच में जुट गई है।

परिवार और नौकरी में क्या रखा है- शाहीन

शाहीन ने 2012 में अपने पति से तलाक ले लिया था, जिससे उसके 2 बच्चे भी है। कुछ सालों बाद शाहीन परिवार और नौकरी सब को छोड़ कर पूरी तरह से अपने मकसद में जुट गए। इस दौरान जब उसके किसी रिश्तेदार ने उनसे इस बारे में सवाल किया तो उसने जवाब देते हुए कहा कि, परिवार और नौकरी में क्या रखा है। शाहीन ने यह भी कहा कि, अपने लिए बहुत जी लिए अब कौम का कर्ज उतारने का समय है। मैं सब कुछ छोड़ कर इसी में लगी हूं।

मैं कुछ बड़ा करने की तैयारी में - शाहीन

शाहीन ने अपने परिवार से यह भी कहा कि मेरी चिंता छोड़ दिजिए, मैं कुछ बड़ा करने की तैयारी में हूं। यह जब सामने आएगा तो आप सब को मुझ पर फख्र होगा। बता दें कि, दिल्ली धमाकों से एक दिन पहले हरियाणा के फरीदाबाद से शाहीन को गिरफ्तार किया गया था। शाहीन मूल रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली है और वह फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी में काम करती थी, जहां से यह डॉक्टरों का आतंकी नेटवर्क संचालित होता था। शाहीन की कार से पुलिस ने एक एके-47 और गोला-बारूद बरामद किया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया।

शाहीन के साथी ने किया दिल्ली धमाका

शाहीन के साथ इसी यूनिवर्सिटी में काम करने वाले कश्मीरी डॉ. मुजम्मिल शकील को भी उसी दिन गिरफ्तार किया गया था। शकील के पास भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री (लगभग 300-350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट), असॉल्ट राइफलें (AK-47 जैसी), पिस्तौलें और गोला-बारूद बरामद हुआ था। इन दोनों से पहले 6 नवंबर को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से इस समूह में शामिल पहले डॉक्टर, आदिल की गिरफ्तारी हुई थी। तीनों डॉक्टरों की गिरफ्तारी से घबरा कर इनके साथी डॉ. उमर नबी ने दिल्ली धमाकों को अंजाम दे दिया।

शाहीन को मैडम सर्जन बुलाते थे आतंकी मॉड्यूल के सदस्य

धमाकों की जांच शुरु होने के बाद से ही शाहीन के जैश से जुड़े होने की बात कही जा रही है। यहा दावा किया जा रहा था कि शाहीन जैश की नई महिला विंग की भारत प्रमुख है। जैश ने इसी साल अगस्त में जमात उल-मुमिनात नामक अपनी महिला विंग की शुरुआत की थी। जैश के सरगना अजहर की छोटी बहन सादिया अजहर इस महिला विंग की जिम्मेदारी संभालती है। डॉ. शाहीन के सादिया से सीधे संपर्क बताए जा रहे है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जैश से जुड़े इस आतंकी मॉड्यूल के सदस्य शाहीन को मैडम सर्जन बुलाते थे। आतंकी डॉक्टरों और जैश के बीच की संपर्क शाहीन ही थी। शाहीन के साथ साथ उसके पिता सैयद अहमद अंसारी और भाई डॉ. परवेज भी जांच के घेरे में है।