
चुनाव आयोग (Photo-IANS)
BLO Suicide: भारतीय चुनाव आयोग ने सोमवार को केरल के एक बूथ लेवल अधिकारी (BLO) की ऑडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तुरंत संज्ञान लिया। इस ऑडियो में BLO ने मतदाता सूची के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) के कारण होने वाले भारी तनाव की बात कही थी। यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब केरल, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश सहित कुल 12 राज्यों में SIR के दौरान कई BLO अत्यधिक दबाव के कारण आत्महत्या कर चुके हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए केरल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रतन केलकर और जिला कलेक्टर चेतन कुमार मीणा ने संबंधित BLO एंटनी वर्गीस से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीधे बात की और उनकी शिकायतों का समाधान किया।
केरल के BLO एंटनी वर्गीस ने सोमवार को एक ऑडियो क्लिप में SIR के कारण हो रही परेशानियों और मानसिक तनाव का खुलकर जिक्र किया था, जो बाद में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। ऑडियो में एंटनी ने कहा कि SIR का काम उन्हें मानसिक रूप से तोड़ रहा है। कई लोग फॉर्म ठीक से भरे बिना लौटा देते हैं, फिर मुझे उनका बेसिक डाटा खुद भरना पड़ता है। मेरे पास इंटरनेट की सुविधा तक नहीं है। चुनाव आयोग और उसके अधिकारी SIR के नाम पर हमारा शारीरिक व मानसिक दोनों तरह से शोषण कर रहे हैं। यह बंधुआ मजदूरी से कम नहीं है। उन्होंने अपने काम को “दास श्रम” की संज्ञा देते हुए गहरी पीड़ा व्यक्त की थी।
एक अधिकारी ने बताया कि BLO को बहुत कम समय में SIR का काम पूरा करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं, जबकि इस तरह के रिवीजन में सामान्य तौर पर 2 साल से अधिक का समय लगता है। आरोप है कि SIR के भारी दबाव के कारण कई BLO बीमार पड़ रहे हैं और अब तक कम से कम दो ने तनाव के चलते आत्महत्या कर ली है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने चुनाव आयोग पर हमला बोलते हुए कहा कि यह पूरी प्रक्रिया जल्दबाजी में, अव्यवस्थित और अपारदर्शी तरीके से शुरू की गई है।
केरल के जिला कलेक्टर ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ऑडियो का तत्काल संज्ञान लिया गया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) रतन केलकर और जिला कलेक्टर चेतन कुमार मीणा ने पूंजर विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 110 के BLO एंटनी वर्गीस से संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की और उनकी सभी समस्याओं को सुना। इस दौरान एंटनी वर्गीस ने अपने BLO कर्तव्यों को सुचारु रूप से निभाने की इच्छा जताई। फिर भी उन्हें यह विकल्प दिया गया कि यदि वे चाहें तो SIR संबंधी दायित्वों से मुक्त हो सकते हैं।
Published on:
24 Nov 2025 10:26 pm
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