
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में प्रशांत किशोर की पार्टी अपना खाता भी नहीं खोल सकी। पार्टी ने 238 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जन सुराज को मिली हार पर पीके ने चुप्पी तोड़ी है। इसके अलावा उन्होंने विधानसभा चुनाव में धांधली होने का भी दावा किया है। पीके ने मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि प्रदेश के लोगों को लालू के जंगलराज की वापसी का डर सताने लगा, इसलिए उनकी पार्टी हार गई।
इस दौरान पीके ने यह भी दावा किया कि विधानसभा चुनाव में धांधली हुई है। उन्होंने कहा कि उनके पास वर्तमान में आरोप को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है। जन सुराज के नेता ने कहा कि लोग उनसे यह दावा करने का आग्रह कर रहे हैं कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में छेड़छाड़ की गई है, लेकिन उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ये अभी बिना सबूत के सिर्फ़ आरोप हैं।
प्रशांत किशोर ने जन सुराज की हार को करारी बताया है। उन्होंने कहा कि जन सुराज अभियान ने जमीनी स्तर पर काफी सकारात्मक प्रतिक्रियाएं पैदा की हैं। उन्होंने तर्क दिया कि वास्तविक मतदान रुझान जन सुराज यात्रा के महीनों के दौरान उनकी टीम द्वारा एकत्र की गई प्रतिक्रिया से मेल नहीं खा रहे थे, जिससे पता चलता है कि इस प्रक्रिया में "कुछ गड़बड़" हुई।
पीके ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि प्रदेश के लोगों को राजद के जंगल राज की वापसी का डर था। उन्हें लग रहा था कि जनसुराज के जीतने की संभावना नहीं है और लोगों को डर था कि उनके लिए वोट करने से अनजाने में लालू के शासन की वापसी हो सकती है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि विधानसभा चुनाव परिणाम को प्रभावित करने के लिए एनडीए ने महिलाओं को पैसे बांटे थे। उन्होंने दावा किया कि चुनाव की घोषणा से लेकर मतदान के दिन तक, महिलाओं को 10,000 रुपये की शुरुआती किश्त दी गई, और वादा किया गया कि अगर वे एनडीए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वोट देंगी तो उन्हें कुल 2 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि दी जाएगी।
Updated on:
23 Nov 2025 04:27 pm
Published on:
23 Nov 2025 04:23 pm

