Bihar Election: बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति में उथल-पुथल चल रही है। इसी बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर किसी भी अनबन की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है। आज तक से बात करते हुए लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री पासवान ने दावा किया कि गठबंधन इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में 243 सीटों में से 225 से अधिक जीतेगा। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मतभेद की अफवाहों को भी खारिज करते हुए सुलह का स्वर अपनाया। यह बयान बिहार चुनावी समर की तैयारियों के बीच एनडीए को मजबूत संदेश देता है।
चिराग पासवान ने स्पष्ट कहा कि एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर कोई झगड़ा नहीं है। हाल ही में सहयोगी जीतन राम मांझी ने 100 सीटों की मांग उठाई थी, लेकिन पासवान ने जोर देकर कहा कि चुनावी रणनीति केवल अंकगणित पर नहीं, बल्कि जीतने की क्षमता पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनावों को देखते हुए बयान दिए जाएंगे, रुख तय किया जाएगा। लेकिन अंततः जीत सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह बयान एनडीए की आंतरिक एकजुटता को रेखांकित करता है, जहां भाजपा, जदयू, लोजपा, हम और अन्य दल मिलकर रणनीति बना रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, सीट बंटवारे पर जल्द सहमति बनेगी, जिसमें जदयू को 102-103, भाजपा को 101-102 और बाकी 40 सीटें सहयोगियों को मिलेंगी।
पासवान ने नीतीश कुमार पर हमला बोलने की पुरानी अटकलों को खारिज करते हुए कहा, नीतीश कुमार एनडीए की कमजोर कड़ी नहीं, बल्कि मजबूत कड़ी हैं। उन्होंने 2020 के चुनावों के बाद गठबंधन की गतिशीलता में आए बदलाव पर जोर दिया। उस समय लोजपा ने स्वतंत्र रूप से 137 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिससे जदयू का प्रदर्शन खराब हुआ और वे सिर्फ 43 सीटें ही जीत सके। यह जदयू का दो दशकों का सबसे बुरा प्रदर्शन था। लेकिन अब पासवान ने एनडीए के प्रति पूर्ण प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति समर्पण दोहराते हुए कहा, मेरे लिए गठबंधन प्राथमिकता है। यह बयान बिहार की राजनीति में वाइल्डकार्ड माने जाने वाले पासवान की रणनीति को दर्शाता है, जो गठबंधन को मजबूत बनाने पर फोकस कर रहे हैं।
क्या वे खुद बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे इस पर चिराग ने कहा कि मामला विचाराधीन है। मैं निश्चित रूप से चुनाव लड़ना चाहता हूं। यह खुलासा लोजपा के प्रभाव को बढ़ाने की उनकी रणनीति का हिस्सा लगता है। हालांकि, उन्होंने मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षा पर खुलकर कुछ नहीं कहा, बल्कि टालते हुए बोले, आज मुख्यमंत्री पद के लिए कोई जगह खाली नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी महत्वाकांक्षा गठबंधन में फूट डाल सकती है। पासवान ने हाल ही में सारण जिले में रैली कर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, जो एनडीए को मजबूत बनाने का दावा करते हुए दी गई।
पासवान ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की अगुवाई वाली इंडिया ब्लॉक की हालिया बिहार रैली पर तंज कसा। उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया, इससे उन्हें ठेस जरूर पहुंची होगी। उन्होंने महागठबंधन में आंतरिक कलह का जिक्र किया, तेजस्वी आज फिर दौरे पर निकले हैं, इसका मतलब समझ नहीं आ रहा। सबकुछ ठीक नहीं लगता। पासवान ने विपक्ष पर जंगल राज लौटाने का आरोप लगाया, कहा कि राजद सत्ता में आई तो अपराध और भ्रष्टाचार का राज होगा।
Published on:
16 Sept 2025 07:49 pm