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बिहार चुनाव: जमुई में गरमाया माहौल! RJD प्रत्याशी के खिलाफ केस दर्ज

आरजेडी प्रत्याशी शमशाद आलम पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का गंभीर आरोप लगाते हुए जमुई नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। मामला बिना अनुमति रोड शो निकालने और भाजपा कार्यालय के सामने हंगामा मचाने से जुड़ा है।

Bihar Election
जमुई में RJD प्रत्याशी शमशाद आलम पर रोड शो (Photo-ANI)

Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग से महज तीन दिन पहले जमुई जिले में सियासी तापमान चरम पर पहुंच गया है। 11 नवंबर को होने वाले मतदान के बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के उम्मीदवार मोहम्मद शमशाद आलम की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उन पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का गंभीर आरोप लगाते हुए जमुई नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। मामला बिना अनुमति रोड शो निकालने और भाजपा कार्यालय के सामने हंगामा मचाने से जुड़ा है। इस घटना ने दोनों प्रमुख दलों (आरजेडी और भाजपा) के बीच तनाव को नई ऊंचाई दे दी है, जबकि जिले की चार विधानसभा सीटों पर कांटे की टक्कर होने वाली है।

बिना अनुमति निकाला रोड शो

खबरों के अनुसार, आरजेडी प्रत्याशी शमशाद आलम ने गुरुवार को अपने चुनाव प्रचार के तहत जमुई शहर में एक भव्य रोड शो का आयोजन किया। चुनाव आचार संहिता के तहत किसी भी सार्वजनिक सभा या रोड शो के लिए जिला प्रशासन से पूर्व अनुमति अनिवार्य है, लेकिन आरोप है कि शमशाद आलम ने इसकी कोई इजाजत नहीं ली थी। रोड शो का काफिला सैकड़ों समर्थकों के साथ जमुई नगर थाना क्षेत्र से गुजर रहा था।

'मुर्दाबाद' और 'अल्लाह हू अकबर' जैसे नारे लगाए

रोड शो के दौरान समर्थकों ने नारे लगाते हुए माहौल को गरमा दिया। विशेष रूप से, जब काफिला भाजपा के जिला कार्यालय के निकट पहुंचा, तो हंगामा शुरू हो गया। आरजेडी कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर भाजपा प्रत्याशी श्रेयसी सिंह के खिलाफ 'मुर्दाबाद' के नारे लगाए, साथ ही 'अल्लाह हू अकबर' जैसे धार्मिक नारे भी गूंजे। इससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोग दहशत में आ गए।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, रोड शो की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। लेकिन तब तक वीडियो फुटेज वायरल हो चुके थे, जिसमें हंगामा साफ दिखाई दे रहा था। जिला निर्वाचन अधिकारी ने मामले को गंभीर बताते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया। शमशाद आलम पर आईपीसी की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा आदेश की अवज्ञा) और 153A (समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरजेडी पक्ष का कहना है कि यह रूटीन प्रचार था और कोई जानबूझकर उल्लंघन नहीं हुआ, लेकिन भाजपा ने इसे 'जंगल राज की वापसी' का संकेत करार दिया।

भाजपा का गंभीर आरोप

घटना के बाद भाजपा ने आरजेडी प्रत्याशी और उनके समर्थकों पर जमकर निशाना साधा। जिला भाजपा अध्यक्ष ने कहा, "यह सुनियोजित साजिश थी। बिना अनुमति रोड शो निकालकर हमारे कार्यालय के सामने हुड़दंग मचाया गया और धार्मिक नारों से माहौल खराब करने की कोशिश की गई। श्रेयसी सिंह जैसी परिश्रमी विधायक के खिलाफ ऐसी घिनौनी हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"