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‘आपके पास एक विकल्प है, अगर अब भी पुराने…’, NDA का घोषणा पत्र जारी होते ही क्या बोले प्रशांत किशोर?

बिहार चुनाव 2025 में NDA के घोषणापत्र पर प्रशांत किशोर ने हमला बोला। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी लोग जो 15-20 साल से मौका पा चुके हैं, उनके घोषणापत्र का कोई मतलब नहीं है।

14 नवंबर को इतिहास रचा जाएगा- पीके
14 नवंबर को इतिहास रचा जाएगा- पीके (Photo-IANS)

एनडीए द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए घोषणा पत्र जारी किए जाने के बाद जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने करारा हमला बोला है। साथ ही उन्होंने आम जनता से एक बड़ी अपील भी कर दी है।

एनडीए के घोषणा पत्र को लेकर प्रशांत किशोर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो लोग सत्ता बैठे हैं, उन्हें बिहार की जनता ने 15-20 सालों में कई बार अवसर दिया। वह घोषणा पत्र और संकल्प पत्र में क्या लिखते हैं, उसका कोई महत्त्व नहीं है।

हर बार नया घोषणा पत्र बनाते हैं

प्रशांत किशोर ने एनडीए पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि जनता ये भी देख रही है कि हर बार वे एक नया घोषणा पत्र बनाते हैं, नया ऐलान करते हैं, लेकिन करना उनको कुछ नहीं है।

प्रशांत किशोर ने कहा कि करना उनको वही है, जो आज तक करते आ रहे हैं। बिहार की आज स्थिति ऐसी है कि तमाम घोषणा पत्र के बाद भी यह देश का सबसे पिछड़ा राज्य है। 50 लाख से अधिक लोग छठ के बाद किस हालत में वापस लौटे हैं, यह पूरे देश ने देखा है।

राजद, जदयू और एनडीए के घोषणा पत्र में क्या है? कोई नहीं देख रहा

पीके ने आगे कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह कोई देख रहा है कि राजद, जदयू और एनडीए के घोषणा पत्र में क्या है। इसके साथ, प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी हमला बोला।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और पीएम मोदी अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। एक दूसरे पर आरोप और प्रत्यारोप लगा रहे हैं। पीके ने कहा कि बिहार के बारे में न तो राहुल गांधी और नाही पीएम मोदी बोल रहे हैं।

राहुल गांधी और कांग्रेस को पीके ने घेरा

प्रशांत किशोर ने पूर्व पीएम राजीव गांधी की घोषणा का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने यह कहां कहा कि उनके पिता ने 1989 में जो बिहार के लिए 50 हजार करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की, वह कहां गया? इस घोषणा के बाद कांग्रेस की सरकार केंद्र में अगले 15 साल तक रही, फिर भी बिहार का विकास नहीं हुआ।

पीके ने आगे कहा कि पीएम मोदी भी वही सब बात कह रहे हैं। वह तीन बार से पीएम हैं, बिहार में सुधार, रोजगार, पलायन और बाढ़ के रोकथाम के लिए उन्होंने क्या किया? गलती पीएम मोदी और राहुल गांधी की नहीं, हमारी और आपकी है।

पुराने ढ़र्रे पर चलेंगे तो पलायन स्वीकार करने के लिए तैयार रहें

प्रशांत किशोर ने कहा कि सबकुछ जानने के बाद भी अगर लोग इनको वोट देंगे तो अगले पांच साल उसी व्यवस्था में रहना पड़ेगा, जैसे अब तक रहते आ रहे हैं। इसके साथ ही, पीके ने यह भी कहा कि अब तक लोग यह कह रहे थे, उनके पास कोई विकल्प नहीं था, लेकिन अब तो है।

पीके ने कहा कि इस बार आपको लालू यादव के डर से भाजपा और भाजपा के डर से लालू को वोट देने की जरुरत नहीं है। अभी आपके पास जनसुराज एक विकल्प है। अगर इसके बाद भी आप पुराने ढ़र्रे पर चलेंगे तो भ्रष्टाचार और पलायन वाली राजनीति को स्वीकार करने के लिए तैयार रहें।