वैष्णो देवी की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए नया नोटिफिकेशन जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण त्रिकुटा पहाड़ियों में भूस्खलन और सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। इससे तीर्थयात्रा मार्ग श्रद्धालुओं के लिए असुरक्षित हो गया है।
अधिकारियों ने कहा है कि वैष्णो देवी यात्रा फिलहाल स्थगित रहेगी। वह तभी फिर से शुरू होगी जब स्थिति में सुधार होगा और मार्ग श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित घोषित किया जाएगा।
इस बीच, केरल के एक श्रद्धालु ने अपनी परेशानी बताई है। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत दुख है कि मैं मंदिर नहीं जा पाया। मैं पिछले 2 दिनों से इंतजार कर रहा हूं। यहां के लोग कह रहे हैं कि कपाट 15 दिन बाद खुलेंगे। लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है और मैं अपनी यात्रा पूरी करके ही घर जाऊंगा।
इसके साथ उन्होंने इलाके में भूस्खलन के कारण हुई तीर्थयात्रियों की मौत पर भी शोक व्यक्त किया। वहीं, एक अन्य श्रद्धालु अरुण ने कहा कि मैं केरल से हूं और पिछले दो-तीन दिनों से मंदिर जाने का इंतजार कर रहा हूं।
कुछ तीर्थयात्रियों की जान जाने के बाद रास्ते बंद कर दिए गए हैं। मैं मौसम के ठीक होने की प्रार्थना कर रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि बारिश भी रुक जाएगी।
26 अगस्त को हुए भूस्खलन के बाद वैष्णो देवी यात्रा स्थगित कर दी गई थी, जिसमें 34 लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे। यह आपदा दोपहर लगभग 3 बजे आई, जब भारी बारिश के कारण कटरा से मंदिर तक 12 किलोमीटर की यात्रा के लगभग आधे रास्ते में, अर्धकुंवारी स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भारी भूस्खलन हुआ।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भूस्खलन के कारणों की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति के गठन का आदेश दिया था। जम्मू-कश्मीर के जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शालीन काबरा इस समिति का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसमें जम्मू के संभागीय आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक शामिल हैं।
समिति को विस्तृत जांच करने और दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट एलजी सिन्हा को सौंपने का काम सौंपा गया है। आदेश में कहा गया है कि समिति घटना के कारणों की जांच करेगी। सभी चूक को इंगित करेगी, बचाव और राहत उपायों के रूप में प्रतिक्रियाओं का आकलन करेगी। वहीं, भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो, इसके लिए समिति उपाय का भी सुझाव देगी।
Published on:
07 Sept 2025 01:22 pm