-दरगाह परिसर को संवारने में जुटे वक्क कमेटी के पदाधिकारी, झंडे की रस्म के साथ शुरू होगा उर्स, सजने लगी दुकानें
दरगाह की सजावट और रोशनी के कार्य जोरों पर, कमेटी ने संभाली व्यवस्था — कव्वाली, चादर पेशी और धार्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला 26 तक चलेगी
नागौर. सूफ़ी संत हजऱत हमीदुद्दीन नागौरी रहमतुल्लाह अलैह का 774वां उर्स 20 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक अकीदत के साथ मनाया जाएगा। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई है। मुख्य दरगाह परिसर से लेकर आसपास की गलियों तक सजावट के साथ ही रंगीन झालरों लगाने, और सजाने का काम किया जा रहा है। दरगाह कमेटी ने लंगर, जलपान के साथ जायरीन के ठहरने की व्यवस्था करनी शुरू कर दी है। बाहर से आने वाले जायरीन के लिए अस्थायी टेंट लगाए जा रहे हैं। दरगाह की गलियों में दुकानदारों ने इत्र, चादरें, तस्बीह और धार्मिक वस्तुएं सजानी शुरू कर दी हैं। इससे यह पूरा इलाका अब उर्स के रंग में रंगने लगा है।
झंडे की रस्म से होगी शुरुआत
आयोजन की शुरुआत 20 अक्टूबर की शाम चार बजे झंडे की रस्म से होगी, जिसके बाद इसी दिन सुबह चार बजे गुल की रस्म अदा की जाएगी। 21 अक्टूबर को शाम पांच बजे संदल की रस्म होगी। शाम सात बजे महफिले समाअ और रात नौ बजे जलसा-ए-अजमते सूफी का आयोजन किया जाएगा। 22 से 24 अक्टूबर तक पहला, दूसरा और तीसरा उर्स मनाया जाएगा। जिनमें सूफिय़ाना कव्वालों की महफि़लें सजेंगी, और अकीदतमंद दुआएं मांगेंगे।
मुख्य आकर्षण 25 अक्टूबर का बड़ा मनाया जाएगा। इस मौके पर भारतीय सूफ़ी सम्मेलन सुबह 11 बजे से आयोजित होगा। शाम को चार बजे से ऊंटनी जुलूस निकलेगा। रात नौ बजे से कव्वाली होगी। जिसमें देशभर से नामी कव्वाल अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे। रात नौ बजे मेहफिल-ए-नात मनकबत, और 10 बजे मुशायरा होगा। समापन 26 अक्टूबर की सुबह छह बजकर पंद्रह मिनट पर कुल शरीफ़ से होगा। जबकि दोपहर तीन बजे महफिले-ए-रंग का आयोजन होगा।
सुरक्षा और ट्रैफिक पर रहेगी कड़ी नजर
उर्स के दौरान भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात नियंत्रण की रूपरेखा तय कर ली है। दरगाह क्षेत्र की ओर आने वाले मुख्य मार्गों पर वाहनों के प्रवेश पर आंशिक प्रतिबंध रहेगा। दरगाह की तरफ आने वाले रोड की ओर से आने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया जाएगा। दरगाह क्षेत्र के निकट अस्थायी पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं। पुलिस बल की अतिरिक्त टुकडिय़ाँ दरगाह, बस स्टैंड और मुख्य चौक पर तैनात रहेंगी।
इनका कहना है…
दरगाह कमेटी सदर ने बताया कि इस बार उर्स में जायरीन की संख्या अधिक रहने की संभावना है। इसलिए जलपान, लंगर और ठहरने की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हाजी शमशेर खान, सदर सूफी हमीदुद्दीन नागौरी दरगाह वक्फ कमेटी
Published on:
18 Oct 2025 10:47 pm