
बीमार व्यवस्था:
-वायरल के साथ चिकनगुनिया ने बढ़ाई मुश्किल, मरीजों को ठीक होने में लग रहे कई दिन
-मरीजों में तेज बुखार के साथ जोड़ों में दर्द व सूजन से होती है असहनीय पीड़ा, जांच नहीं होने से विभाग के पास आंकड़े भी नहीं
डीडवाना. शहर में पिछले कुछ दिनों से चिकनगुनिया के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई मोहल्लों में एक ही घर में दो से तीन लोग तक इस बीमारी से ग्रसित हैं। तेज बुखार, उल्टी, जी मिचलाना, जोड़ों में दर्द और सूजन से पीड़ित लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चिकनगुनिया के बढ़ते मरीजों के बावजूद इसके जिला अस्पताल में इसकी जांच सुविधा तक नहीं है। जांच नहीं होने से चिकित्सा विभाग के पास रोग से पीड़ितों के सही आंकड़े भी उपलब्ध नहीं हैं। मच्छरों की रोकथाम के लिए प्रशासन की ओर से कोई प्रभावी उपाय भी नहीं किए जा रहे हैं।
राजस्थान पत्रिका ने इस गंभीर स्थिति पर पीड़ितों और विशेषज्ञ चिकित्सकों से बात की, ताकि बीमारी के कारण, निवारण और बचाव के उपायों को जाना जा सके। विशेषज्ञों ने बताया कि इन दिनों चिकनगुनिया के मरीज सामने आ रहे हैं। उनको ठीक होने में सप्ताह से अधिक समय लग रहा है।
ऐसे फैलता है चिकनगुनिया
चिकित्सकों के अनुसार चिकनगुनिया संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है। इसे एडीजएजिप्टी और एडीजएल्बोपिक्टस नामक मच्छर फैलाते हैं। ये वही मच्छर हैं जो डेंगू और ज़ीका वायरस के वाहक होते हैं। इन्हीं के काटने से डेंगू भी होता है।
ऐसे होता है संक्रमण
संक्रमित व्यक्ति के खून में मौजूद वायरस मच्छर के काटने से मच्छर के शरीर में पहुंच जाता है। बाद में वही मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो वायरस उसके शरीर में प्रवेश कर जाता है और व्यक्ति संक्रमित हो जाता है।
ये हैं बचाव के उपाय
बीमारी से बचाव के लिए घर और आसपास के क्षेत्र में सफाई रखें। जहां कहीं पानी एकत्र रहता है, उसका तुरंत निवारण करें ताकि मच्छर पनप न सकें। संक्रमित होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें और शरीर को पर्याप्त आराम दें।
एक्सपर्ट व्यू
यह एक वायरल बुखार है जो मच्छर के काटने से फैलता है। इसमें जोड़ों का दर्द, सूजन, उल्टी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं होती हैं। बिना परामर्श के दर्द निवारक दवाएं न लें और केवल विशेषज्ञ की सलाह अनुसार ही उपचार करें। साफ-सफाई रखें और मच्छरों के प्रसार को रोकें।
डॉ. सोहनलाल शर्मा, विशेषज्ञ (मेडिसिन)
इनका कहना
अस्पताल में वर्तमान में 56 तरह की जांचें उपलब्ध हैं, लेकिन चिकनगुनिया की जांच उनमें शामिल नहीं है। अब तक बाहर (निजी लैब) से जांच करवाकर भी कोई पुष्टि किया गया रोगी अस्पताल में रिपोर्ट नहीं हुआ है। इसलिए मरीजों की संख्या में बारे सही जानकारी भी उपलब्ध नहीं है।
डॉ. अजीतसिंह, पीएमओ, जिला अस्पताल
Published on:
13 Nov 2025 04:48 pm

