नागौर. गैंगस्टर आनंदपाल और राजू ठेहट की मौत के बाद शेखावाटी क्षेत्र में एक नया आपराधिक गिरोह पनप रहा है। यह गिरोह न केवल अक्सर युवाओं को भ्रमित कर अपराध की दुनिया में धकेल रहा है, बल्कि उनके माध्यम से जबरन वसूली, अवैध शराब के धंधे और अन्य आपराधिक गतिविधियों में अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। चिंता का विषय यह भी है कि इस गिरोह को ऐसे युवा आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं जो पैसों के लालच में किसी की भी जान लेने से नहीं हिचकते। 20 दिन पहले बरेली में अभिनेत्री दिशा पटानी के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों शूटरों को पुलिस ने गाजियाबाद में एनकाउंटर में मार गिराया था, दोनों आरोपी गोल्डी बरार और रोहित गोदारा गैंग के सक्रिय सदस्य थे। इसके बावजूद तीन दिन पहले कुचामन में व्यापारी रमेश रुलानिया की हत्या करने के लिए इस गैंग को लोकल शूटर मिल गया। इससे पहले भी जयपुर में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या जिम्मेदारी भी रोहित गोदारा गैंग ने ली थी।
गौरतलब है कि जिस समय आनंदपाल व राजू ठेहट दोनों जिंदा थे, उस समय दर्जनों व्यापारियों से फिरौती वसूलने की घटनाएं हुई थी और मुकदमे भी दर्ज हुए थे। रोहित गोदारा अब लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप से अलग अपना क्षेत्र तलाश रहा है और उसे नए क्षेत्र के रूप में शेखावाटी सबसे कंफर्ट इलाका लगा, क्योंकि आनंदपाल ग्रुप के गुर्गे के उसके संपर्क में हैं जो इस क्षेत्र में पहले फिरौतियां वसूल चुके हैं और गैंगवार की घटनाओं में शामिल रह चुके हैं। ऐसे में अब पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है कि इस क्षेत्र में फिर से गैंगस्टर नहीं पनपे।
विदेशों में बैठकर चला रहे गिरोह
राजस्थान में किसी समय गैंग्स ऑफ शेखावाटी के दो बड़े चेहरे रहे गैंगस्टर आनंदपाल व राजू ठेहट की मौत के बाद इस पूरे क्षेत्र में एक बार गैंगवार खत्म हो गया था, लेकिन अब ऐसा लगता है कि इस क्षेत्र में दोनों गैंगस्टरों के खात्मे के बाद नए गैंगस्टर उभरने की कोशिश कर रहे हैं। रोहित गोदारा व वीरेंद्र चारण जैसे गैंगस्टर विदेशों में बैठकर युवा शूटर्स की मदद से जो अपराध करवा रहे हैं, उससे यही संकेत मिल रहा है कि डीडवाना-कुचामन व शेखावाटी के बेल्ट में एक बार फिर गैंगस्टर पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं।
आनंदपाल के साथी गोदारा से जुड़े
चिंताजनक बात यह है कि किसी समय आनंदपाल गैंग के गुर्गे रहे अपराधी अब रोहित गोदारा के साथ मिलकर इस पूरे क्षेत्र में फिर से दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। रमेश रुलानिया की हत्या के मामले में भी अब तक की जो स्थिति सामने आई है, उससे यही लग रहा है कि गैंगस्टर आनंदपाल के पुराने सहयोगी रहे बदमाशों ने रोहित गोदारा की मदद की है, क्योंकि वीरेंद्र चारण किसी समय आनंदपाल से जुड़ा हुआ रहा और अब वह रोहित गोदारा से जुड़ा हुआ है। वहीं व्यापारियों के नंबर रोहित गोदारा तक पहुंचने वाला सफीक खान भी किसी समय आनंदपाल के लिए कुछ इसी तरीके का काम करता था। इन बातों से यही लग रहा है कि यह गैंग नए सिरे से पनप रही है।
चारण ने दिया एपी ग्रुप का इशारा
रोहित गोदारा एवं उसके गुर्गे अपराध करने के बाद सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकवादी संगठनों की तरह जिम्मेदारी भी लेते हैं। तीन दिन पहले कुचामन में व्यापारी की हत्या के बाद रोहित गोदारा के गुर्गे वीरेन्द्र चारण ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए न केवल हत्या की जिम्मेदारी ली, बल्कि पोस्ट के साथ रोहित गोदारा, गोल्डी बरार, मोनी ग्रुप, एपी ग्रुप, काला जेठेड़ी ग्रुप, गोगी ग्रुप, काला राना नरेश सेठी, टिनू हरियाणा, लिपिन नेहरा, दिपेन्द्र राठी, अमरजीत बिश्नोई सहित कई गैंगस्टर को टैग भी किया। इसमें एक बात यह भी देखने को मिली कि चारण ने लॉरेंस विश्नोई का नाम नहीं लिखा। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि रोहित गोदारा अपराध की दुनिया में लॉरेंस से अगल अपना साम्राज्य स्थापित करना चाहता है। आनंदपाल और ठेहट के जाने से शेखावाटी में पैदा हुए खाली स्थान को भरने के लिए यह गिरोह सोशल मीडिया के इस्तेमाल से युवाओं को अपने साथ जोड़ कर आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। चाहे वीरेंद्र चारण हो सफीक खान हो, ये सभी आनंदपाल से जुड़े हुए थे।
शेखावाटी क्षेत्र पहला टारगेट
रोहित गोदारा ने अपनी जड़ें राजस्थान में जमाने की कोशिश शुरू कर दी है, वह राजस्थान के बीकानेर का रहने वाला है और आनंदपाल गैंग से जुड़े हुए कई पुराने गुर्गे उसके संपर्क में हैं। इसी कारण उसने शेखावाटी क्षेत्र को सबसे पहले टारगेट करना शुरू किया है। कुचामन और शेखावाटी का बेल्ट समृद्ध इलाका माना जाता है, इसी कारण वहां के व्यापारियों को निशाने पर लिया जा रहा है। केवल कुचामन ही नहीं, बल्कि कई और शहरों में राजस्थान के व्यापारियों के पास इस तरह की कॉल आई थी और फिरौती मांगी गई थी, जिसकी शिकायतें भी पुलिस तक पहुंच चुकी है।
Published on:
13 Oct 2025 11:10 am