मुजफ्फरनगर: दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित छपार टोल प्लाजा के डिप्टी मैनेजर अरविंद पांडे की अपहरण के बाद चाकू मारकर हत्या कर दी गई, जबकि टोल प्लाजा प्रबंधक मुकेश चौहान इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए। इस सनसनीखेज वारदात को टोल प्लाजा के ही कर्मचारियों ने अंजाम दिया था। पुलिस ने शुक्रवार देर रात मुठभेड़ के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, डिप्टी मैनेजर अरविंद पांडे ने टोल प्लाजा के दो कर्मचारियों, सुगम और शिव मलिक, को काम पर देर से आने के लिए डांटा था, जिससे वे नाराज हो गए। इस नाराजगी ने इतना भयावह रूप लिया कि आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर डिप्टी मैनेजर का अपहरण कर लिया। शुक्रवार सुबह मेरठ जिले के जानी इलाके में अरविंद पांडे का शव बरामद हुआ, जिस पर चाकू से वार के कई निशान थे। प्रबंधक मुकेश चौहान भी हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका इलाज चल रहा है।
पुलिस अधीक्षक (नगर) सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि शुक्रवार रात छपार थाना क्षेत्र के सिसौना रोड पर पुलिस ने एक संदिग्ध कार को रोका। इस दौरान मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन आरोपी शुभम, शेखर और प्रदीप कुमार गिरफ्तार किए गए। मुठभेड़ में शुभम और शेखर को गोली लगी, और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक कार, दो मोबाइल फोन और दो पिस्तौल बरामद की हैं।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया। उन्होंने बताया कि टोल प्लाजा पर देर से आने के कारण मैनेजर और डिप्टी मैनेजर ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया था। इसी का बदला लेने के लिए उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर पहले मैनेजर और डिप्टी मैनेजर के साथ मारपीट की, फिर अरविंद पांडे का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी और शव मेरठ में फेंक दिया।
टोल प्लाजा प्रबंधक मुकेश चौहान की शिकायत पर पुलिस ने हत्या, अपहरण और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
Published on:
20 Sept 2025 08:09 pm