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Rain Alert: फिर सक्रिय हुआ कम दबाव का क्षेत्र, 13, 14 और 15 सितंबर को आंधी-बारिश बरपाएगी कहर

Maharashtra Weather Update : मौसम विभाग का अनुमान है कि राज्य में आने वाले दिनों में मानसून एक बार फिर सक्रिय होगा और कई इलाकों में जोरदार बारिश देखने को मिलेगी। खासकर विदर्भ, मराठवाड़ा से मध्य महाराष्ट्र तक के अलग-अलग स्थानों पर मूसलाधार बारिश की संभावना है।

मुंबई

Dinesh Dubey

Sep 12, 2025

rain alert
फाइल फोटो- पत्रिका

महाराष्ट्र (Maharashtra Weather Forecast) में एक बार फिर बारिश जोर पकड़ने वाली है। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि आज यानी 12 सितंबर से विदर्भ, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र के कई हिस्सों में आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश शुरू हो सकती है। पूर्वानुमान के अनुसार, आज रात के बाद से राज्यभर में बरसात की तीव्रता लगातार बढ़ेगी और अगले दो से तीन दिनों तक इसका असर देखने को मिलेगा। इस दौरान कई जगहों पर गरज-चमक के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।

मौसम विभाग का अनुमान है कि राज्य में आने वाले दिनों में मानसून एक बार फिर सक्रिय होगा और कई इलाकों में जोरदार बारिश देखने को मिलेगी। खासकर विदर्भ, मराठवाड़ा से मध्य महाराष्ट्र तक के अलग-अलग स्थानों पर मूसलाधार बारिश की संभावना है। आईएमडी ने शनिवार से सोमवार के बीच कोंकण और मराठवाड़ा के कुछ जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।

पढ़ें IMD का ताजा पूर्वानुमान

मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण कोंकण के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की बहुत अधिक संभावना है। जबकि दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के जिलों में कुछ स्थानों पर बिजली के साथ आंधी-तूफान और भारी बारिश हो सकती हैं। इस दौरान 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी। वहीं, उत्तर मध्य महाराष्ट्र के जिलों में कहीं-कहीं बिजली के साथ आंधी-तूफान, हल्की से मध्यम बारिश और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है।

स्वतंत्र मौसम विशेषज्ञ अभिजीत मोडक (Abhijit Modak) के अनुसार, आंध्र प्रदेश के तट से सटे निचले अक्षांशों पर एक नया लो-प्रेशर एरिया (LPA) यानी कम दबाव का क्षेत्र बना है। यह प्रणाली पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए इस वीकेंड तक मराठवाड़ा के हिस्सों तक पहुंचने की संभावना है।

इस सिस्टम के असर से राज्यभर में नमी का संचार होगा और व्यापक गरज-चमक के साथ बारिश देखने को मिलेगी। मोडक ने बताया कि सितंबर में आमतौर पर ऐसी ही स्थिति बनती है, जब सिस्टम आंध्र प्रदेश से तेलंगाना होते हुए महाराष्ट्र की ओर बढ़ता है। खास बात यह है कि इस बार महाराष्ट्र में बारिश की गतिविधियां बढ़ने का कारण पूर्वी हवाएं हैं। जहां पश्चिमी हवाएं मुख्य रूप से राज्य के तटीय हिस्सों में भारी बरसात लाती हैं, वहीं पूर्वी हवाएं गरज-चमक के साथ बारिश का कारण बनती हैं।

इसका सबसे अधिक फायदा मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ के इलाकों को 12 से 14 सितंबर के बीच मिल सकता है। वहीं कोकण क्षेत्र में भी वीकेंड (13-14 सितंबर) पर अच्छी बारिश होने की संभावना है। घाट और आंतरिक हिस्सों में दोपहर और शाम के समय तेज बारिश हो सकती है, जबकि तटीय इलाकों में रात से सुबह तक बारिश की उम्मीद अधिक हैं।