Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

कैच

कैच

ई-पेपर

ई-पेपर

सिस्टम से परेशान सैनिक, बोला- ‘अपना घर जमीन सब चोर, पुलिस और नेताओं को दे दूंगा..’

mp news: ऑपरेशन सिंदूर के वक्त जब सैनिक ड्यूटी पर था तब उसके घर में चोरी हो गई, अभी तक चोरों के न पकड़े जाने से दुखी सैनिक ने जारी किया वीडियो...।

morena
army soldier released video and demanded justice

mp news: मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के रहने वाले एक सैनिक का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में सैनिक अपनी आपबीती बताते हुए इंसाफ की मांग कर रहा है। पूरा मामला सैनिक के घर पर हुई चोरी का है। सैनिक का आरोप है कि चोर सीसीटीवी में कैद हुआ और पुलिस ने उसे पकड़ भी लिया था लेकिन दूसरे ही दिन उसे छोड़ दिया। सैनिक कह रहा है कि पुलिस ने चोर को पकड़कर छोड़ दिया जबकि उसे चोरी हुआ सामान अभी तक नहीं मिला है। वो सरकार से मदद मांगते हुए ये भी कह रहा है कि अगर चोर को नहीं पकड़ पा रहे तो मुझे गांव छोड़ने की अनुमति दी जाए।

सिस्टम से परेशान सैनिक ने बनाया वीडियो

वीडियो बनाने वाले सैनिक का नाम सत्यनारायण ओझा जो वर्तमान में बंगलुरू में पदस्थ है और अंबाह कस्बे के पूठ रोड की गली नंबर एक में उसका मकान है। जो वीडियो सैनिक सत्यनारायण ने बनाया है उसमें वो अपना परिचय देने के बाद कह रहा है 'मुरैना जिले में जातिवाद बहुत चल रहा है। मेरे साथ भी यही हुआ है। मेरे घर में 4 मई 2025 को चोरी हुई। चोर मेरी पर्सनल रायफल, लाइसेंस, मोबाइल, सोना और घर में रखी नकदी चोरी कर ले गए। उस रात एक बजे मां का मेरे पास फोन आया मैं ऑपरेशन सिंदूर की ड्यूटी पर था मां ने बताया कि घर में चोरी हो गई है तो मैंने मां से कहा मैं अभी नहीं आ सकता। पहले देश की सुरक्षा की ड्यूटी जरूरी है, घर की सुरक्षा बाद में की जाएगी। मेरे पिता साधू बन गए हैं, कोई भाई नहीं है, तीन बहने हैं उनकी शादी हो चुकी है। रात में पिता मंदिर से आए और माता-पिता रात में ही थाने गए। टीआई ने सुबह, दोपहर और फिर कहा कि शाम को आ जाओ, दूसरे दिन रात आठ बजे चोरी का केस दर्ज हुआ। मेरे घर से दो किलोमीटर दूर एक सीसीटीवी कैमरे में चोर मेरी बंदूक के साथ दिखे हैं।

'पुलिस ने चोर को छोड़ा, मुझे गांव छोड़ने की अनुमति दें'

करीब सात मिनट के वीडियो में सैनिक सत्यनारायण आगे कहता है कि मैं कई बार टीआई साहब से फोन पर बात की उन्होंने कुछ दिन चोर को एक शाम को पकड़ा भी लेकिन सुबह छोड़ दिया। जबकि मुझसे फोन पर कहा था कि चोर यही है और फौजी तुम्हारा सारा सामान मिल जाएगा। जब मुझे पता चला कि चोर को छोड़ दिया है तो मैंने फिर फोन किया तो कहने लगे किये चोर नहीं है। टीआई अब मेरा फोन तक नहीं उठाते। मेरे घर से चोरों का घर तीन-चार किलोमीटर दूर है। गांव में भी सब कह रहे हैं, कि यही चोर हैं और पुलिस ने ले-देकर इन्हें छोड़ दिया है। पहले मैं जम्मू था अब बैंगलुरू में हूं। दो बार एसपी साहब के सामने गया, एक बार एएसपी साहब से गुहार लगाई, चौथी बार मुझे कोई नहीं मिला, घंटों इंतजार कर वापिस आ गया, पर कहीं सुनवाई नहीं कर रहे। सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करके भी कुछ नहीं हुआ। सीएम साहब से मेरा अनुरोध है, कि चोरी गया मेरा सामान दिलवाएं या फिर मुझे गांव छोड़ने की अनुमति दे दी। मेरा छोटा सा घर है, थोड़ी सी जमीन है, उसे चोरों को दे दू दूंगा, पुलिस को दे दूंगा और अगर नेताओं को चाहिए तो उन्हें दे दूंगा। मुझे कुछ नहीं चाहिए। मैं यूं ही खाली हाथ चला जाऊंगा।