
मुरैना. नगर निगम क्षेत्र में निर्माण के नाम पर बड़े स्तर पर भृष्टाचार पनप रहा है। वार्ड क्रमांक नौ जौरा खुर्द में करीब 6 साल पूर्व बनी सीसी रोड पूरी तरह दुरस्त थी फिर भी उस पर रात में नए सिरे से सडक़ डाल दी। लोगों का कहना हैं कि इंजीनियर भानू तोमर की मिली भगत से बिना टेंडर के सडक़ डाली गई।
निगम के वार्ड क्रमांक नौ जौरा खुर्द के ताल मौहल्ला की वह सडक़ जो एम एस रोड से सीधे जौरी को जोड़ती है, उस पर नगर निगम द्वारा जो सडक़ का निर्माण करवाया था वह आज भी पूरी तरह दुरस्त है, उसके बाद भी उसी मार्ग पर फिर से क्षेत्रीय पार्षद ने इंजीनियर की मिली भगत से बिना टेंडर के सीसी रोड का निर्माण करवा दिया है। रहवासियों का कहना हैं कि जहां सडक़ पूर्व से बनी हुई थी तो फिर वहां व्यर्थ में पैसा बर्बाद क्यों किया जा रहा है और शहर में जहां सडक़ व नाले की आवश्यकता है, वहां नगर निगम के जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे। इसी वार्ड से सटा हुआ वार्ड आठ हैं, जहां सडक़ व नाले की आवश्यकता है, वहां के लिए सडक़ व नाले मंजूर नहीं किए और जहां पहले से रोड बनी हुई है, वहां पैसे बर्बाद किया जा रहा है।
जौरा खुर्द की जिस सडक़ का रात में निर्माण किया है, उस मार्ग से तीन वार्ड जिसमें वार्ड नौ, दस और 47 की सीमाएं जुड़ती हैं। लेकिन सडक़ की आवश्यकता वार्ड नौ से ताल के किनारे से वार्ड दस के लिए रास्ता गया है, उस मार्ग पर कच्ची सडक़ हैं, वहां सडक़ की आवश्यकता थी, वहां निर्माण नहीं किया गया। इस वार्ड के सब इंजीनियर भानू तोमर पर सहायक यंत्री का भी प्रभार है। इसलिए उनकी सह पर ही इस सडक़ का निर्माण किया गया है। उक्त इंजीनियर की यह पहली शिकायत नहीं हैं, इससे पूर्व भी इनकी देखरेख में हुए कई निर्माण कार्यों में शिकायत की चर्चा निगम में हैं।
पुराने सिविल लाइन थाने के सामने मां बेटी चौराहा वाली सडक़ से हाईवे तक नाले का निर्माण कराया गया है, उसमें दोनों तरफ नाले का कहीं कोई कनेक्शन नही किया है, और सडक़ी ऊंचाई होने से पानी के निकास में भी परेशानी आएगी। लोगों का कहना हैं कि हाईवे का पानी उल्टा वार्ड में ही आएगा। इसके अलावा नाला कई जगह मोड़ दिया है। थाने के सामने ट्रक रखा है, उसके चलते बीच में निर्माण छोड़ दिया है। पंचायत भवन के सामने नाले को मोड़ दिया है, जिससे जल निकासी में व्यवधान हो सकता है।
सिविल लाइन थाने के सामने नाले की फिलहाल आवश्यकता नहीं थी, सरपंच के सामने वाली सडक़ पर नाले की आवश्यकता थी, लेकिन वहां नाले का निर्माण अधूरा पड़ा है।
ताल मौहल्ला में सडक़ पहले से दुरस्त थी, यहां सडक़ की आवश्यकता नहीं थी। सिर्फ कमीशन के लिए रात में सडक़ का निर्माण कर दिया गया जिस पर दो इंची से तीन इंची तक मटेरियल डाला गया है।
सडक़ की अभी मंजूरी नहीं मिली है, वहां जल भराव होता था इसलिए सडक़ का निर्माण करवा दिया है।
वार्ड क्रमांक नौ में पहले से सडक़ अच्छी कंडीशन में थी, फिर वहां सडक़ क्यों डाली गई, कल इंजीनियर को भेजकर जांच करा लेते हैं।
Published on:
12 Nov 2025 02:49 pm

