
मुरैना. चंबल नदी का जल स्तर गिरते ही जिले के कई घांटों पर रेत के अवैध उत्खनन के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। जहां ट्रैक्टर में लोडर लगाकर ट्रॉलियों में रेत भरा जा रहा है।
जिले के चिन्नौंनी थाना क्षेत्र के होराबरहा (चिंदोखर) पहारपुरा में राजस्थान सीमा से नाव से रेत ढोकर लाया जा रहा है, इन घाटों पर ट्रॉलियों में भरा जा रहा है। इसी तरह देवगढ़ थाना क्षेत्र के गुढ़ाचंबल, बरवासिन में बड़े स्तर पर रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है। सरायछौला थाना क्षेत्र के कैंथरी, कैमरा, रिठौरा दिमनी थाना क्षेत्र के कुथियाना, वीलपुर, मऊखेड़ा, कुढारा एवं अंबाह थाना क्षेत्र में मलबसई, टेंटरा थाना क्षेत्र में बरोठा व काशिंदो चंबल नदी घाट से रेत को बड़े स्तर पर अवैध उत्खनन हो रहा है। इन घाटों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इस संबंध में डीएफओ सुरजीत आर पाटिल को फोन किया लेकिन उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया।
जलीय जीवों के लिए संकट
चंबल नदी के घाटों पर हो रहे रेत के अवैध उत्खनन के चलते जलीय जीवों के लिए संकट खड़ा हो गया है। चंबल नदी में घडिय़ाल, मगरमच्छ सहित अन्य जलीय जीव का घरोंदा हैं, लेकिन अवैध उत्खनन के चलते उनके जीवन पर संकट मडऱा रहा है।
80 से 90 ट्रैक्टर- ट्रॉली बरोठा घाट से।
100 के करीब ट्रैक्टर- ट्रॉली गुढ़ाचंबल घाट से।
40 ट्रॉलियां होराबरहा घाट से।
200 के करीब कैंथरी व कैमरा घाट से।
100 ट्रॉली बरवासिन चंबल घाट से।
आज चंबल नदी के राजघाट पर अमले के साथ दबिश दी थी, वहां उत्खनन होते नहीं मिला। गुढ़ाचंबल में शिकायत मिली थी तो रविवार को रास्ते में जेसीबी से गड्ढे करवा दिए हैं, अन्य घाटों पर भी एसएएफ के साथ कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
13 Nov 2025 04:19 pm

