
मुरैना. भारत की कम्युनिस्ट पार्टी तहसील समिति मुरैना और मध्य प्रदेश किसान सभा द्वारा बुधवार को किसानों की समस्याओं को लेकर अनुविभागीय अधिकारी मुरैना के नाम तहसीलदार को दो ज्ञापन दिए। उन्होंने समस्याओं के समाधान के लिए आश्वासन दिया।
ज्ञापन में मांग की है कि वर्तमान में सभी किसानों को जरूरत के अनुसार खाद उपलब्ध कराया जाए, कालाबाजारी पर अंकुश लगाई जाए और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए, खेती किसानी को बर्बाद करने वाले, आम सडक़ों व सब्जी मंडियों में परेशान करने वाले आवारा मवेशियों का गौशाला में प्रबंध किया जाए, बेमौसम अति वर्षा के कारण खेतों में खड़ी किसानों की फसलों में हुई हानि का मुआवजा दिया जाए, कृषि भूमि अभिलेख में त्रुटि और विसंगतियों को सुधारा जाए, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से संचित किसानों को को लाभ दिलाया जाए, अमानत खाद बीज कीटनाशक दवाइयां पर रोक लगाई जाए, किसानों द्वारा कृषि कार्यों के लिए लोन लिया, किसानों को कर्ज मुक्त किया जाए आदि शामिल हैं। माकपा नेता श्रीकृष्णा यादव की अगुवाई में नेता व किसान नेहरू पार्क मुरैना से प्रदर्शन कर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय मुरैना पहुंचे, जहां ज्ञापन दिया गया।
अंबाह खाद की मारामार, अफसरों का मौन किसानों पर भारी
अंबाह खाद वितरण केंद्र पर तकनीकी खराबी के चलते सर्वर डाउन हो गया, जिससे खाद वितरण कार्य रुक गया। इस पर किसानों ने जमकर विरोध जताया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना था कि समय पर खाद न मिलने से फसल की बुवाई प्रभावित हो रही है। किसान विजयपाल सिंह तोमर ने बताया कि सुबह से लाइन में लगे रहने के बाद भी उन्हें सिर्फ यह जवाब मिला कि सर्वर बंद है। 04 नवंबर का मेरा टोकन कटा हैं, लेकिन मुझे आज दिनांक तक खाद नहीं मिला। किसान आशुतोष शर्मा ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि वे तीन दिन से खाद के लिए भटक रहे हैं। सोमवार को टोकन मिलने के बाद उम्मीद थी कि आज खाद मिल जाएगी, लेकिन काउंटर बंद पाया।
किसानों की समस्या को नहीं सुना जा रहा
ग्राम रछेड़ के किसान विकास तोमर का कहना है कि किसान सुबह पांच बजे से खाद के लिए लाइन में लगे हैं। दोपहर तक खाद नहीं मिली है। किसान देश का अन्नदाता है लेकिन आज वही परेशान है। प्रदेश की सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है किसान की समस्या को सुना नहीं जा रहा है।
सोसायटी के माध्यम से खाद वितरण किया जाए
किसान अपनेश तोमर ने बताया कि किसान परेशान हैं। सरकार सुनने को तैयार नहीं हैं। रात से आकर किसान लाइन में लगा है लेकिन उसे खाद नहीं दी जा रही हैं। काम का तरीका इतना धीरे है कि एक किसान को लंबे समय तक काउंटर पर खड़ा रखा जा रहा है। सरकार से यही निवेदन है कि हर गांव में सोसायटी से नगद में खाद वितरण किया जाए।
सर्वर डाउन होने की वजह से वितरण रोकना मजबूरी थी। सर्वर ठीक होते ही खाद वितरण फिर से शुरू कर दिया जाएगा। खाद का जितना स्टॉक हमें मिल रहा हैं हम उतना ही वितरण कर रहे हैं।
उमेश सिंह, खाद वितरण प्रभारी
Published on:
06 Nov 2025 03:17 pm

