
अंबिकापुर. सरगुजा संभाग में पिछले तीन से चार दिनों से शीतलहर (Cold wave) जैसी स्थिति निर्मित है। कड़ाके की ठंड पड़ रही है। अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री जबकि छत्तीसगढ़ के शिमला मैनपाट व बलरामपुर जिले के सामरीपाट का तापमान 5 डिग्री के करीब पहुंच गया है। मैनपाट में ओस की बूंदे जमनी शुरू हो गई है। रात का पारा गिरने से मंगलवार की सुबह कई स्थानों पर ओस की बूंदे जमी हुई दिखी।
मौसम विभाग के अनुसार नवंबर महीने अभी तक के तिथि में 36 वर्षों का रिकॉर्ड टूटा है। मौसम विभाग के अनुसार अभी ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है। दरअसल मोन्था तूफान का असर खत्म होते ही सरगुजा संभाग में कड़ाके की ठंड पडऩी शुरू हो गई है। नवंबर महीने के शुरूआत में ही शीतलहर (Cold wave) जैसी स्थिति निर्मित हो गई है।
पिछले एक सप्ताह से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मंगलवार का न्यूनतम तापमान 7.6 व अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री दर्ज किया गया है। पारा गिरने (Cold wave) से लोगों को दिन में भी राहत नहीं है। तेज धूप निकलने के बावजूद लोग गर्म कपड़ों में ही नजर आ रहे हैं।
मौसम वैज्ञानिक एएम भट्ट के अनुसार मोन्था तूफान का असर खत्म होने के बाद उत्तर दिशा से शुष्क हवाओं का आने का क्रम जारी है। इसलिए सरगुजा संभाग सहित उत्तरी छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड (Cold wave) नवंबर महीने के पहले सप्ताह से ही पडऩी शुरू है।
Published on:
11 Nov 2025 08:29 pm

