मेरठ जिले के कबाड़ी बाजार क्षेत्र में गुरुवार को पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए जिस्मफरोशी के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया। दिल्ली स्थित मिशन मुक्ति फाउंडेशन की टीम के साथ संयुक्त छापेमारी में 21 महिलाओं व किशोरियों को मुक्त कराया गया। इनमें से कई को नेपाल, राजस्थान और दार्जिलिंग से बहला-फुसलाकर लाया गया था। इन्हें जबरन धंधे में धकेला गया था।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक नाबालिग पीड़िताओं को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाएगा। हैरत की बात है कि यह पूरा धंधा पुलिस चौकी से महज कुछ दूरी पर लंबे समय से बेरोकटोक चल रहा था। मौके से पांच युवकों को भी हिरासत में लिया गया। जिन पर ग्राहकों को कोठे तक पहुंचाने का आरोप है। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
मिशन मुक्ति फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर वर्षों पहले सभी कोठे बंद कर दिए गए थे। उस समय संचालिकाओं ने हलफनामा देकर भरोसा दिलाया था कि वे केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम यानी मुजरे तक ही सीमित रहेंगी। अदालत ने इसी आधार पर एक कोठे को अनुमति दी थी। लेकिन बाद में यहां अवैध देह व्यापार का कारोबार दोबारा शुरू हो गया।
संस्थान की टीम ने ग्राहकों की लगातार आवाजाही का वीडियो सबूत जुटाकर पुलिस को जानकारी दी। उसके बाद छापेमारी की गई। फिलहाल पीड़िताओं को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। पूरे मामले की जांच जारी है।
Updated on:
12 Sept 2025 05:15 pm
Published on:
12 Sept 2025 05:14 pm