
Mandla- मध्यप्रदेश में पराली यानि नरवाई जलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। ऐसा करनेवाले किसानों के खिलाफ प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। इससे किसान रुष्ट हैं। किसानों का कहना है कि सरकार नियमानुसार न तो मशीन मुहैया करा रही है और न ही अनुदान दे रही है। मंडला में इस मुद्दे पर भड़के किसानों ने जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने ट्रैक्टर रैली
निकालकर हाईवे जाम कर दिया। ट्रैक्टरों की लंबी लाइन के कारण हाईवे पर करीब 3 घंटों तक बड़े वाहन रुके रहे।
संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए शुक्रवार को ट्रैक्टर रैली की अनुमति मांगी गई थी लेकिन इसे शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई जिससे किसानों में नाराजगी देखी गई। जिले भर से आए किसानों ने अपनी मांगों को लेकर कटरा बाईपास पर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया।
प्रदर्शनकारी किसानों ने कलेक्टर सहित अधिकारियों से मौके पर आकर चर्चा करने की मांग की। संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में किसान करीब 100 ट्रैक्टरों के साथ रैली के रूप में कलेक्ट्रेट ज्ञापन सौंपने के लिए रवाना हुए। प्रशासन ने केवल 10 ट्रैक्टरों को ही शहर में प्रवेश की अनुमति दी। इस निर्णय से नाराज किसानों ने बाईपास पर ही प्रदर्शन शुरू कर दिया।
कटरा बाईपास पर ट्रैक्टरों को रोककर किसान काफी समय तक एसडीएम सोनल सिडाम से चर्चा कर अपनी समस्याओं से अवगत कराते रहे। किसानों ने प्रमुख रूप से पराली चलाने पर लगाए गए प्रतिबंध को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग रखी ।
प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि प्रशासन नरवाई चलाने वाले किसानों के खिलाफ तो लगातार कार्रवाई कर रहा है लेकिन नियमानुसार जो अनुदान या मशीन किसानों को उपलब्ध कराई जाना चाहिए, यह काम नहीं कर रहा है। इस बीच काफी गहमागहमी के बीच किसानों को रैली शहर तक ले जाने की अनुमति मिली। शाम करीब 5 बजे किसानों ने जिला मुख्यालय के लिए रैली निकाली। शहर के अंदर प्रवेश न कर बिंझिया तिराहा से महाराजपुर की ओर रवाना कर दिया गया।
किसानों की रैली के दौरान नेशनल हाईवे पर करीब तीन घंटे तक यातायात ठप रहा और बड़े वाहनों के पहिए थम गए। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा के बाद स्थिति सामान्य हुई।
Updated on:
31 Oct 2025 09:47 pm
Published on:
31 Oct 2025 09:46 pm

