
Winter Season 2025: मोंथा तूफान के असर के बाद राजधानी लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है। दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी के बावजूद रात के पारे में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। रविवार की सुबह राजधानी के कई इलाकों में हल्का कोहरा और धुंध छाई रही। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान में और गिरावट की संभावना जताई है।

राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि दिन में गुनगुनी धूप बनी रहेगी, लेकिन रात के समय हल्की ठंड का असर और बढ़ेगा। सोमवार से लखनऊ और आसपास के जिलों में सुबह कोहरा और धुंध का असर और गहरा सकता है।
हाल ही में बंगाल की खाड़ी में उठा मोंथा तूफान (Cyclone Motha) अब समाप्त हो गया है, लेकिन इसके बाद उत्तर भारत के कई हिस्सों में वायुमंडलीय संतुलन बदल गया है। इसी वजह से अब तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। लखनऊ, कानपुर, बाराबंकी, हरदोई, सुल्तानपुर, सीतापुर और रायबरेली में रविवार की सुबह हल्की ठंडी हवाएं चलीं। राजधानी में भी सुबह-सुबह सड़कों पर गाड़ियों की हेडलाइट जली दिखी, जबकि धुंध की हल्की परत आसमान में तैरती रही।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिन में धूप भले ही तीखी दिख रही हो, लेकिन हवा में नमी बढ़ने और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलने से रातें अब ठंडी होती जाएंगी। फिलहाल बारिश की कोई संभावना नहीं है, लेकिन अगले सप्ताह से उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के संकेत हैं, जिसका सीधा असर यूपी के मौसम पर पड़ेगा।
लखनऊ में रविवार को धूप तो खिली रही, लेकिन हल्की ठंडी हवाओं ने मौसम में सर्दी का एहसास करवा दिया। सुबह और शाम के वक्त लोग हल्के गर्म कपड़ों में नजर आए। पार्कों और सार्वजनिक स्थलों पर मॉर्निंग वॉक करने वालों ने बताया कि अब हवा में ठंडक महसूस हो रही है और कोहरा भी आंखों को भिगो रहा है। निशातगंज निवासी रवि त्रिपाठी ने बताया, “सुबह 6 बजे निकलते ही हवा ठंडी लगी। पिछले दो-तीन दिनों से तापमान में फर्क महसूस हो रहा है। अब लगता है कि दीपावली तक ठंड अपना असर दिखाएगी। वहीं हजरतगंज, गोमतीनगर और आलमबाग क्षेत्रों में भी सुबह हल्का कोहरा छाया रहा। वाहन चालकों को दृश्यता कम होने के कारण लाइट जलाकर चलना पड़ा।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र (IMD Lucknow) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले दो दिनों तक रात के पारे में 1 से 2 डिग्री की और गिरावट दर्ज की जा सकती है। वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर-पश्चिम दिशा से ठंडी और शुष्क हवाएं चल रही हैं। इसका असर अब पूर्वी उत्तर प्रदेश और तराई इलाकों में भी दिखेगा। लखनऊ में सुबह के समय कोहरा और हल्की धुंध बने रहने की संभावना है। अगले 48 घंटों में न्यूनतम तापमान में गिरावट का रुझान रहेगा। हालांकि, दिन के तापमान में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। दोपहर में हल्की गर्माहट बनी रहेगी, लेकिन शाम ढलते ही हवा में ठंडक बढ़ने लगेगी।
लखनऊ की हवा में प्रदूषण का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। रविवार को शहर का औसत एक्यूआई (AQI) 143 दर्ज किया गया, जो ‘मॉडरेट’ श्रेणी में आता है। गोमती नगर की हवा 241 AQI के साथ सबसे प्रदूषित रही, जबकि अली गंज की हवा 87 सूचकांक पर ‘बेहतर’ पाई गई।
| क्षेत्र | AQI स्तर | श्रेणी |
| गोमतीनगर | 241 | बहुत खराब |
| लालबाग | 164 | खराब |
| तालकटोरा | 133 | खराब |
| बीबीएयू | 124 | खराब |
| कुकरैल | 107 | खराब |
| अलीगंज | 87 | बेहतर |
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, हवा की घनत्वता भी बढ़ेगी, जिससे प्रदूषक तत्व नीचे रह जाएंगे और प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है। लोगों को सुबह और रात में अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, 4 नवंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय हो रहा है, जो हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी लाएगा। इसका असर उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और तराई क्षेत्रों में भी पड़ेगा। इन इलाकों में बादल छाने और रात के पारे में उतार-चढ़ाव की संभावना है। हालांकि बारिश की संभावना फिलहाल नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि नवंबर के दूसरे सप्ताह तक प्रदेश में सर्दी पूरी तरह दस्तक दे देगी। दीपावली से पहले ही सुबह और रात में स्वेटर व जैकेट की जरूरत महसूस होने लगेगी।
राजधानी के बाजारों में अब हल्के गर्म कपड़ों की मांग बढ़ गई है। हजरतगंज और चौक में ऊनी वस्त्रों की दुकानों पर भीड़ देखी जा रही है। ऑटो चालकों और ठेले वालों ने अब शाम के समय शॉल या जैकेट पहननी शुरू कर दी है। गोमतीनगर निवासी सुमन पांडेय, जो बैंक में कार्यरत हैं, ने बताया, “अब सुबह स्कूटी चलाना थोड़ा मुश्किल हो गया है। हवा ठंडी लगने लगी है। लगता है इस बार ठंड जल्दी पड़ जाएगी।”
मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि आने वाले सप्ताह से न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है। इससे न सिर्फ लखनऊ बल्कि कानपुर, बाराबंकी, हरदोई, रायबरेली और सीतापुर जैसे जिलों में भी ठंड का असर बढ़ेगा। राजधानी के ग्रामीण इलाकों में सुबह खेतों पर ओस जमने लगी है। किसान इसे रबी की फसलों के लिए शुभ संकेत मान रहे हैं।
संबंधित विषय:
Updated on:
03 Nov 2025 11:51 pm
Published on:
03 Nov 2025 11:50 pm

