
Cold Wave Alert: उत्तर प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जहां बीते दिनों प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों और बुंदेलखंड क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी और बादलों की आवाजाही देखने को मिली, वहीं अब आगामी दिनों में मौसम पूरी तरह शुष्क और साफ रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि 05 नवंबर से राज्य के अधिकांश हिस्सों में तापमान में गिरावट, सुबह के समय धुंध और कोहरे की स्थिति और ठंडक में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बुंदेलखंड और आसपास के इलाकों में पिछले दो दिनों से हल्की बारिश और बादलों का असर देखने को मिला। हालांकि यह प्रणाली अब पूर्व की ओर खिसक चुकी है और 5 नवंबर से इसका असर समाप्त हो जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ के हटने के बाद वातावरण में नमी घटेगी और उत्तर-पश्चिम दिशा से ठंडी हवाएं चलनी शुरू होंगी, जिससे दिन के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आने लगेगी। अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है, जबकि अधिकतम तापमान शुरुआती दिनों में स्थिर रहेगा, लेकिन बाद में इसमें 2 से 3 डिग्री की गिरावट संभावित है।
मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के बाद साफ आसमान और ठंडी हवाओं के कारण रातें ठंडी और दिन हल्के गर्म रहेंगे। इसी दौरान सुबह के समय घनी नमी के कारण धुंध और छिछले से मध्यम कोहरे की स्थिति उत्पन्न होगी। पूर्वांचल और उत्तर प्रदेश के उत्तरी तराई वाले जिले जैसे लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज में कोहरे का असर ज्यादा रहेगा। यह कोहरा सुबह के शुरुआती घंटों तक सीमित रहेगा और सूरज निकलने के साथ धीरे-धीरे छंट जाएगा।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अब प्रदेश में धीरे-धीरे सर्दी का असर बढ़ने लगेगा। नवंबर के पहले सप्ताह के बाद से ही न्यूनतम तापमान में गिरावट का रुख शुरू हो जाता है, जो इस बार भी देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक न्यूनतम तापमान अगले 3 दिनों में 3-4°C तक घटकर सामान्य के करीब पहुंच जाएगा। अधिकतम तापमान शुरुआती दिनों में लगभग अपरिवर्तित रहेगा, लेकिन इसके बाद 2-3°C की गिरावट संभावित है। रातें ठंडी होंगी, जबकि दिन में हल्की गर्माहट बनी रहेगी। इस बदलाव के साथ सुबह और रात में हल्की ठंडक महसूस होने लगेगी, विशेषकर खुले क्षेत्रों, खेतों और ग्रामीण इलाकों में।
पश्चिमी विक्षोभ के समाप्त होने के बाद पूरे प्रदेश में कम से कम तीन दिनों तक शुष्क मौसम रहने की संभावना है। इस अवधि में किसी भी क्षेत्र में वर्षा की संभावना नहीं है। केवल कुछ इलाकों में सुबह के समय हल्का कोहरा या धुंध रह सकती है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि साफ आसमान और हल्की उत्तरी-पश्चिमी हवाओं के कारण ठंडी रातें शुरू होगी और दिन में हल्की धूप खिलने से मौसम सुहावना रहेगा।
अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से ही राज्य में सर्दी के शुरुआती संकेत मिलने लगे थे। पश्चिमी विक्षोभ के चलते हल्की बारिश के बाद अब वातावरण में नमी बनी हुई है। जैसे ही यह नमी ठंडी हवाओं के संपर्क में आएगी, धुंध और कोहरे का प्रभाव बढ़ेगा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर का पहला पखवाड़ा आमतौर पर मौसम के बदलाव का दौर होता है। यह समय ग्रीष्म से शरद ऋतु और फिर शीत ऋतु की ओर संक्रमण काल माना जाता है। इस दौरान रातें लंबी होने के कारण तापमान में गिरावट तेजी से देखने को मिलती है।
मौसम में यह बदलाव किसानों के लिए भी राहत भरा साबित होगा। हाल ही में हुई हल्की वर्षा से खेतों में नमी बनी हुई है, जो गेहूं और मटर जैसी रबी फसलों की बुवाई के लिए अनुकूल है। अब तापमान में गिरावट और साफ आसमान के चलते मिट्टी में नमी टिकेगी, जिससे सिंचाई का बोझ भी कम होगा। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे मौसम की स्थिति को देखते हुए अपनी बुवाई का कार्यक्रम तय करें और सुबह के समय खेतों में कोहरे से बचाव के उपाय करें।
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ के बाद बर्फबारी शुरू हो गई है। वहीं, इन क्षेत्रों से चलने वाली उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं अगले कुछ दिनों में उत्तर भारत के मैदानी इलाकों, विशेषकर उत्तर प्रदेश तक पहुंचेंगी। इन हवाओं के प्रभाव से राज्य में ठंड बढ़ने लगेगी।
राजधानी लखनऊ और आसपास के जिलों में अगले कुछ दिनों तक मौसम साफ और सुहावना रहेगा। दिन में हल्की धूप और शाम को ठंडी हवा चलने की संभावना है। लखनऊ मौसम केंद्र के अनुसार, 6 नवंबर से न्यूनतम तापमान 16°C से घटकर 12°C तक जा सकता है। मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि सुबह के समय यात्रा करते समय कोहरे के कारण दृश्यता कम होने की स्थिति में वाहन सावधानी से चलाएं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी बुजुर्गों, बच्चों और श्वसन संबंधी रोगियों को ठंडी हवा से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी है।
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Published on:
04 Nov 2025 11:04 pm

