Buddha Relics from Piprahwa to Shine in Russia: रूस के काल्मिकिया प्रांत में भगवान बुद्ध के पवित्र पिपरहवा (कपिलवस्तु) अवशेषों की प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। इस अवसर पर भारत की ओर से जाने वाले प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य करेंगे। इस जिम्मेदारी के लिए बौद्ध भिक्षुओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की और उप मुख्यमंत्री की यात्रा को सफल बनाने के लिए आशीर्वाद दिया।
लखनऊ स्थित उप मुख्यमंत्री आवास, 7 कालिदास मार्ग पर आयोजित एक विशेष समारोह में प्रदेश भर से आए बौद्ध भिक्षुओं ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के प्रयासों से भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर सम्मान मिल रहा है।
पिपरहवा, जिसे भगवान बुद्ध के जन्मस्थान कपिलवस्तु से जोड़ा जाता है, से प्राप्त अवशेष बौद्ध समुदाय के लिए अत्यंत पूजनीय हैं। इससे पहले इन अवशेषों की प्रदर्शनी थाईलैंड और वियतनाम में भी हो चुकी है। इन आयोजनों ने न केवल भारत और अन्य देशों के बीच राजनीतिक संबंधों को मजबूत किया है, बल्कि आध्यात्मिक रिश्तों को भी नई ऊर्जा दी है। अब काल्मिकिया, जहां बौद्ध धर्म केवल आस्था ही नहीं बल्कि संस्कृति और परंपरा का अभिन्न हिस्सा है, वहां भी इन अवशेषों का दर्शन कराना ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि 2014 से देश की बागडोर संभालने के बाद से उन्होंने लगातार भारतीय संस्कृति और सभ्यता के मान-सम्मान को बढ़ाने का कार्य किया है। “मोदी जी ने संयुक्त राष्ट्र महासंघ में कहा था कि भारत ने दुनिया को बुद्ध दिया है, युद्ध नहीं। यही संदेश आज भारत की सबसे बड़ी ताकत बन गया है। भगवान बुद्ध के करुणा, दया और शांति के दर्शन ने न केवल भारत को बल्कि पूरी दुनिया को सह-अस्तित्व और मानवीय संवेदना का मार्ग दिखाया है,” श्री मौर्य ने कहा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान बुद्ध संपूर्ण मानवता के लिए भारत की सबसे अनमोल धरोहर हैं। उनका जीवन दर्शन तर्क, अनुभव और आचरण पर आधारित है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने इस धरोहर का सम्मान करते हुए विश्वभर में शांति, करुणा और सह-अस्तित्व का संदेश पहुंचाने का संकल्प लिया है। पिपरहवा से प्राप्त अवशेष इस सांस्कृतिक चेतना का सशक्त प्रतीक हैं। केशव मौर्य ने यह भी कहा कि सम्राट अशोक ने जिस बौद्ध धारा से दक्षिण-पूर्व और मध्य एशिया को आलोकित किया था, उसी परंपरा को आज प्रधानमंत्री मोदी वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ा रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री 23 सितंबर को प्रतिनिधि मंडल के साथ रूस के लिए रवाना होंगे। उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मोदी जी ने उन्हें सौंपी है और वे इसे पूरी निष्ठा से निभाएंगे। यात्रा के बाद वे अपने अनुभवों को प्रदेश और देशवासियों के साथ साझा करेंगे।
केशव मौर्य ने कहा कि भगवान बुद्ध के अवशेषों की प्रदर्शनी से भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। यह आयोजन केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि राजनीतिक और सांस्कृतिक रिश्तों को भी नई गहराई देगा। इससे भारत को बौद्ध धर्म की जन्मभूमि और परंपरा का संरक्षक स्थापित करने का अवसर मिलेगा।
समारोह में उपस्थित अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संस्थान के सदस्य भंते शीलरतन ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा,“पूरे प्रदेश से आए भंते समाज के लोग रूस में आयोजित महात्मा बुद्ध के पवित्र पिपरहवा अवशेषों की प्रदर्शनी लगाए जाने के चलते प्रफुल्लित और आह्लादित हैं। भंते समाज आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति कृतज्ञ है कि आपके प्रयासों से रूस में यह सफल आयोजन संभव हो रहा है।”
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने देशवासियों को शारदीय नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने कहा कि शक्ति की उपासना का यह पर्व समाज में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे। उन्होंने जीएसटी उत्सव और नई दरों का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उन्होंने स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने का आह्वान किया और कहा कि “देश आत्मनिर्भर तभी होगा जब हम अपने उद्योगों और किसानों द्वारा निर्मित वस्तुएं खरीदेंगे। यही विकसित भारत और विकसित उत्तर प्रदेश के संकल्प की पूर्ति का मार्ग है।”
कार्यक्रम में आनंद द्विवेदी, विजय मौर्य, राम निवास यादव सहित बड़ी संख्या में समाजसेवी, जनप्रतिनिधि और बौद्ध भिक्षु मौजूद रहे। सभी ने उप मुख्यमंत्री की यात्रा की सफलता की मंगलकामनाएं दीं और प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों की सराहना की।
Published on:
22 Sept 2025 11:38 pm