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Deadly Toilet Cleaner Mistake: टॉयलेट साफ करते वक्त की ये गलती पड़ सकती है सांसों पर भारी, पहुंचा सकती है ICU तक

Deadly Toilet Cleaner Mistake: टॉयलेट साफ करते वक्त की गई इस एक नार्मल सी गलती किसी की सांसों पर भारी पड़ गई। ऐसा क्या मिला दिया गया कि मामला ICU तक पहुंच गया? जानिए डॉक्टर के अनुसार कैसे ये आदत जानलेवा साबित हो सकती है।

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Bathroom Cleaning Safety Tips|फोटो सोर्स -Freepik

Deadly Toilet Cleaner Mistake: घर की साफ-सफाई को हम लोग आसान और सेफ काम मानते हैं। लेकिन कौन जानता था कि टॉयलेट साफ करने की एक आम आदत जानलेवा साबित हो सकती है। हाल ही में सामने आया एक मामला जिसमें टॉयलेट में दो अलग-अलग तरह के क्लीनर मिलाने से ऐसी जहरीली गैस बनी कि एक महिला को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और उसे तुरंत ICU में भर्ती कराना पड़ा। पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. अंकित भाटिया ने चेतावनी दी है कि कैसे एसिड वाले क्लीनर को ब्लीच के साथ मिलाना जानलेवा हो सकता है।

घटना क्या हुई थी?

घर के टॉयलेट को ज्यादा चमकाने के इरादे से महिला ने दो अलग-अलग टॉयलेट क्लीनर एक साथ डाल दिए। कुछ ही देर में छोटे से बाथरूम में तेज धुआं और जहरीली गैस फैल गई। जिसकी वजह से सांस फूलने लगी, सीने में जलन होने लगी और वह बेहोश होकर गिर गई। परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए।

डॉक्टरों ने क्या बताया?

पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. अंकित भाटिया ने बताया कि महिला को Reactive Airway Dysfunction Syndrome (RADS) हो गया। यह एक तरह की अचानक हुई सांस की बीमारी होती है, जो तेज केमिकल गैस की वजह से होती है। जिसमें मरीज के फेफड़ों की नलियां सूज जाती है। महिला का ऑक्सीजन लेवल अचानक से गिर गया और उनका कई दिनों तक इलाज चला।

टॉयलेट क्लीनर इतने खतरनाक क्यों?

टॉयलेट क्लीनर में मौजूद केमिकल बहुत खतरनाक होते हैं। कुछ टॉयलेट क्लीनर में एसिड होता है, जो जंग और दाग को हटाता है। कुछ में ब्लीच होता है जो कीटाणु मारता है। एसिड और ब्लीच के मिलने से क्लोरीन गैस बनती है, जो सीधे फेफड़ों पर अटैक करती है।

बाथरूम में खतरा ज्यादा क्यों होता है?

बाथरूम आमतौर पर छोटा और बंद होता है, हवा कम होती है और गर्म पानी की भाप इन सब की वजह से गैस बाहर नहीं निकल पाती है। ऐसे में जहरीली हवा सीधे सांस के साथ शरीर में चली जाती है।

शरीर पर असर कैसे होता है?

पहले आंखों में जलन और पानी आता है, फिर तेज खांसी शुरू हो जाती है। फिर गला सिकुड़ने लगता है, सांस लेने में दिक्कत होती है।अस्थमा, एलर्जी और बुजुर्गों में यह खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

इस खतरे से कैसे बचें?

एक समय पर सिर्फ एक ही टॉयलेट क्लीनर इस्तेमाल करें। कभी भी दो क्लीनर आपस में न मिलाएं। बाथरूम को हवादार रखें। अगर बदबू या जलन महसूस हो तो तुरंत बाहर निकल जाएं।

सुरक्षित विकल्प क्या है?

बेकिंग सोडा, सिरका, नींबू और गर्म पानी जैसे घरेलू उपाय टॉयलेट साफ करने में असरदार होते हैं। इनमें जहरीली गैस बनने का खतरा नहीं होता। रेगुलर सफाई करने से केमिकल की जरूरत भी नहीं पड़ती है।