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17 साल पहले एक ‘लिफाफे’ ने कैसे खत्म कर दी थी CD/DVD की दुनिया? पढ़िए टेक हिस्ट्री का वो दिलचस्प किस्सा

Steve Jobs Macbook Air Envelope: 17 साल पहले एक 'लिफाफे' ने कैसे खत्म कर दी थी CD/DVD की दुनिया? स्टीव जॉब्स के मैकबुक एयर लॉन्च की वो असली कहानी जिसने लैपटॉप इंडस्ट्री को हमेशा के लिए बदल दिया।

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भारत

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Rahul Yadav

Dec 06, 2025

Steve Jobs MacBook Air Envelope

Steve Jobs MacBook Air Envelope (Image: Patrika.com)

Steve Jobs MacBook Air Envelope: क्या आपको वो दौर याद है जब ईंट जैसे भारी लैपटॉप हुआ करते थे? मूवी देखनी हो या कोई सॉफ्टवेयर डालना हो, लैपटॉप के साइड से एक ट्रे का बहार आना जरूरी होता था। उस समय किसी ने सोचा भी नहीं था कि बिना CD ड्राइव के कंप्यूटर चल सकता है। लेकिन ठीक 17 साल पहले, जनवरी महीने में एक आदमी ने स्टेज पर आकर एक लिफाफा खोला और उस दौर की टेक्नोलॉजी को हमेशा के लिए पुराना बना दिया।

वह आदमी स्टीव जॉब्स थे और उस लिफाफे से एप्पल मैकबुक एयर (MacBook Air) निकला था। आज टेक हिस्ट्री में पढ़िए कैसे उस एक फैसले ने हमारे लैपटॉप से CD/DVD को गायब कर दिया।

वो 5 मिनट जिसने हिला दी पूरी इंडस्ट्री

तारीख 15 जनवरी, 2008 थी। जगह सैन फ्रांसिस्को का मैकवर्ल्ड (Macworld) एक्सपो था। स्टेज पर स्टीव जॉब्स आए और बोले, "आज हम कुछ एयर जैसा हल्का पेश करने वाले हैं।"

उनके हाथ में कोई चमकता हुआ गैजेट नहीं, बल्कि ऑफिस में इस्तेमाल होने वाला एक साधारण लिफाफा था। जैसे ही उन्होंने उस लिफाफे की डोर खोली और उसके अंदर से एक बेहद पतला लैपटॉप निकाला, हॉल में बैठे हजारों लोग सन्न रह गए। लैपटॉप इतना पतला था कि यकीन करना मुश्किल था कि इसके अंदर हार्ड डिस्क और प्रोसेसर भी है।

इतना पतला कि 'रद्दी' समझकर फेंक दिया गया

मैकबुक एयर के लॉन्च के समय का एक किस्सा बेहद मशहूर है। न्यूजवीक के वरिष्ठ पत्रकार स्टीवन लेवी को यह लैपटॉप रिव्यू के लिए मिला था। यह डिवाइस इतना पतला था कि उनके घर में रखे अखबारों और मैगजीन के ढेर में कहीं खो गया। लेवी ने बाद में आशंका जताई कि शायद सफाई करते समय इसे मैगजीन या रद्दी समझकर फेंक दिया गया। यह घटना उस वक्त खूब चर्चा में रही थी और इसने साबित कर दिया था कि स्टीव जॉब्स ने वाकई हल्का लैपटॉप बनाया है।

एक फैसले ने बना दिया CD/DVD को इतिहास

उस समय लैपटॉप की दुनिया में डेल (Dell), एचपी (HP) और सोनी (Sony) का राज था। उनके लैपटॉप मोटे होते थे क्योंकि उनमें CD/DVD राइटर और ढेर सारे पोर्ट्स होते थे।

जब स्टीव जॉब्स ने मैकबुक एयर दिखाया, तो लोगों का पहला सवाल था, इसमें CD कहां लगाएंगे? यह टेक इतिहास का सबसे बड़ा गैंबल था। ऐपल ने मैकबुक एयर से ऑप्टिकल डिस्क ड्राइव (CD/DVD ड्राइव) को पूरी तरह हटा दिया था। उस समय आलोचकों ने कहा था कि यह फेल हो जाएगा, लोग सीडी के बिना काम कैसे करेंगे?

स्टीव जॉब्स का वो जवाब जो सच साबित हुआ

लोगों के सवालों पर स्टीव जॉब्स का तर्क बहुत साफ था। उनका मानना था कि भविष्य फिजिकल मीडिया (CD/DVD) का नहीं, बल्कि वायरलेस का है। उन्होंने कहा था कि हम फिल्में iTunes से डाउनलोड करेंगे, डेटा वाई-फाई से भेजेंगे और बैकअप क्लाउड पर लेंगे। उस समय यह बात पागलपन लगी थी, लेकिन उस लिफाफे वाले लैपटॉप ने दुनिया को पेन ड्राइव और क्लाउड स्टोरेज की आदत डाल दी।

आज की स्थिति क्या है?

17 साल बाद आज बाजार में CD/DVD ड्राइव वाले लैपटॉप लगभग गायब हो चुके हैं। अब ज्यादातर नए मॉडल्स बिना ऑप्टिकल ड्राइव के ही आते हैं। मैकबुक एयर के लॉन्च के बाद पूरी दुनिया में अल्ट्राबुक का ट्रेंड शुरू हो गया। धीरे-धीरे सभी कंपनियों ने अपने लैपटॉप पतले किए और CD ड्राइव को इतिहास के पन्नों में दफन कर दिया।

सिर्फ मार्केटिंग नहीं, वो एक चेतावनी थी?

स्टीव जॉब्स का लिफाफे से लैपटॉप निकालना सिर्फ एक मार्केटिंग स्टंट नहीं था। वह एक संदेश था कि टेक्नोलॉजी में जो चीज आज जरूरी लगती है (जैसे CD ड्राइव), वह कल बोझ बन जाएगी। मैकबुक एयर ने न सिर्फ लैपटॉप का वजन कम किया, बल्कि हमें वायरलेस दुनिया में धकेल दिया है।