Flight Rules for Passengers: फलाइट में सफर करने के लिए कई नियम और शर्तें होती है। जिसे जानना हर किसी के लिए बहुत जरूरी है। आपने नोटिस किया होगा कि फ्लाइट में पावर बैंक चेक-इन बैग में रखने की इजाजत नहीं होती, बल्कि सिर्फ हैंड बैगेज में ही ले जाने को कहा जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इसे आप आपने साथ ले तो जा सकते हैं लेकिन इसे चार्ज नहीं कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह।
पावर बैंक एक छोटा-सा डिवाइस है जो बिजली स्टोर करता है और फिर जरूरत पड़ने पर आपके मोबाइल या दूसरे गैजेट्स को चार्ज करता है। इसे ऐसे समझिए जैसे बैंक में पैसे जमा करना और फिर निकालना। पावर बैंक में रिचार्जेबल बैटरी होती है, जिसके ऊपर एक खास कवर और सर्किट लगे होते हैं ताकि पावर फ्लो कंट्रोल में रहे।
ज्यादातर पावर बैंक लिथियम-आयन (Li-ion) या लिथियम-पॉलीमर (Li-Po) बैटरी से चलते हैं। इन बैटरियों में 3 हिस्से होते हैं।जिसमें Anode (नेगेटिव साइड) Cathode (पॉजिटिव साइड) Electrolyte (एक लिक्विड, जेल, जो आयन मूव करने में मदद करता है) जब आप फोन चार्ज करते हैं, तो बैटरी के अंदर आयन इधर-उधर होते हैं और बिजली पैदा होती है। ये सब सामान्य स्थिति में सुरक्षित है। लेकिन अगर बैटरी को ज्यादा चार्ज कर दिया जाए, बैटरी खराब हो, या उसे नुकसान पहुंचा हो तो बैलेंस बिगड़ जाता है।
जब बैटरी गर्म होने लगती है और फिर वही गर्मी और केमिकल रिएक्शन से और ज्यादा गर्मी पैदा करती है, तो ये सिलसिला चलता ही रहता है। बैटरी में आग लग सकती है या वो फट सकती है। जहाज जब 35,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ता है, तो केबिन के अंदर प्रेशर जमीन से कम होता है। ऐसे में गैस ज्यादा फैलती है और बैटरी का कवर फट सकता है। जरा-सा शॉर्ट सर्किट भी यहां बड़ा धमाका कर सकता है। यही वजह है कि फ्लाइट अटेंडेंट्स पावर बैंक इस्तेमाल (चार्ज) करने से मना करते हैं।
पावर बैंक काम का डिवाइस है, लेकिन कई बार यह खतरनाक साबित हो सकता है। खासकर प्लेन जैसे जगह पर, जहां ऊंचाई और कम वेंटिलेशन बैटरी फेल्योर को और बढ़ा देते हैं। इसलिए इन्हें सिर्फ हैंड बैग में रखें, इस्तेमाल करने से बचें और हमेशा अच्छी क्वालिटी का पावर बैंक ही लें।
Published on:
18 Sept 2025 01:08 pm