
फोटो सोर्स: पत्रिका, डीआईजी ने की समीक्षा बैठक
कुशीनगर जिले की पुलिस लाइन सभागार में आज पुलिस उप महानिरीक्षक, गोरखपुर परिक्षेत्र एस. चनप्पा ने जिले की कानून-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, लंबित मामलों के निस्तारण और जन शिकायतों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में जिले के सभी पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए डीआईजी ने कहा कि अपराधियों पर प्रभावी शिकंजा कसने के लिए पुलिस बल को और अधिक सतर्कता व सक्रियता के साथ काम करना होगा।
बैठक के दौरान डीआईजी ने सभी थानों में लंबित विवेचनाओं पर विशेष चिंता व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि– प्रत्येक विवेचना का समयबद्ध निस्तारण किया जाए, गंभीर अपराधों में त्वरित प्रगति सुनिश्चित की जाए, अनावश्यक देरी करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी। डीआईजी ने कहा कि लंबित विवेचना अपराध नियंत्रण की गति को प्रभावित करती है, इसलिए इस दिशा में विशेष अभियान चलाकर तेजी लाई जाए।
जन शिकायतों के निस्तारण पर डीआईजी ने कहा कि पुलिस का पहला दायित्व आम नागरिकों की समस्याओं को सुनना और उनका निष्पक्ष समाधान करना है। शिकायतकर्ताओं के साथ किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में साइबर अपराधों के लगातार बढ़ते मामलों पर विशेष चर्चा हुई। डीआईजी चनप्पा ने कहा कि–
साइबर ठगी, ऑनलाइन फ्रॉड और डिजिटल अपराधों पर तत्काल कार्रवाई की जाए, पीड़ितों की त्वरित आर्थिक क्षति रोकने के लिए समय पर बैंक व साइबर टीमों से समन्वय बनाया जाए, प्रत्येक थाने में साइबर जागरूकता अभियान चलाया जाए। उन्होंने साइबर सेल को सक्रिय करते हुए अपराधियों की पहचान व गिरफ्तारी को तेज करने के निर्देश भी दिए।
महिला सुरक्षा को लेकर डीआईजी ने बेहद कड़े निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि–महिला उत्पीड़न, दुष्कर्म, छेड़छाड़, घरेलू हिंसा जैसे मामलों में त्वरित FIR दर्ज की जाए, पीड़ित महिलाओं को तुरंत सुरक्षा एवं कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जाए, ऐसे मामलों में किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारी जवाबदेह होंगे। उन्होंने महिला हेल्पलाइन 112, 1090 और 181 की सक्रियता बढ़ाने पर भी बल दिया।
डीआईजी ने जिले में अवैध शराब, कच्ची शराब और नशे के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए पुलिस टीमों को निर्देशित करते हुए कहा कि–अवैध शराब बनाने, बेचने या परिवहन में शामिल तत्वों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई करें, ऐसे अपराधों में संलिप्त लोगों के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए,नशे से जुड़े अपराधों पर विशेष निगरानी रखी जाए।
डीआईजी ने थानों को निर्देश दिया कि सक्रिय, शातिर और इतिहास-शीटर अपराधियों की अपडेटेड लिस्ट तैयार कर उनकी गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखी जाए। इससे अपराध रोकथाम में और मजबूती आएगी।
बैठक के अंत में डीआईजी एस. चनप्पा ने कहा कि जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रत्येक पुलिसकर्मी अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी, संवेदनशीलता और तत्परता से निभाए।
उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की आपराधिक घटना पर त्वरित प्रतिक्रिया देकर अपराधियों को संदेश दिया जाए कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है।
डीआईजी की इस समीक्षा बैठक को जिले की कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
Published on:
14 Nov 2025 11:32 pm
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