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CG News: तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ 29 को प्रदर्शन पर, महंगाई भत्ता और सात साल के एरियर्स की मांग…

CG News: छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ महंगाई भत्ता बढ़ाने तथा सात वर्षों का एरियर्स देने की मांग को लेकर 29 अक्टूबर को भोजन अवकाश में प्रदेश भर में प्रदर्शन कर मुयमंत्री एवं मुय सचिव के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपेंगे।

CG News: तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ 29 को प्रदर्शन पर, महंगाई भत्ता और सात साल के एरियर्स की मांग...(photo-patrika)
CG News: तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ 29 को प्रदर्शन पर, महंगाई भत्ता और सात साल के एरियर्स की मांग...(photo-patrika)

CG News: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ महंगाई भत्ता बढ़ाने तथा सात वर्षों का एरियर्स देने की मांग को लेकर 29 अक्टूबर को भोजन अवकाश में प्रदेश भर में प्रदर्शन कर मुयमंत्री एवं मुय सचिव के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपेंगे।

इस संबंध में जिला शाखा कोरबा के अध्यक्ष विनय सोनवानी ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के अधिकारी व कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केंद्र की तिथि से महंगाई भत्ता व महंगाई राहत प्राप्त नहीं हो रहा है जबकि महंगाई दर लगातार बढ़ रही है।

CG News: तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ का प्रदर्शन 29 को

ऐसी स्थिति में कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। इस सरकार ने सत्ता में आने से पूर्व कर्मचारियों के मंच से तथा अपने घोषणापत्र में मोदी की गारंटी मतलब गारंटी पूरा होने की गारंटी के नाम से प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र की तिथि से महंगाई भत्ता पूर्व की एरियर्स राशि सहित देने का वादा किया था।

सरकार का लगभग दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है किंतु महंगाई भत्ता के लिए की गई घोषणा, चार स्तरीय समयमान वेतनमान लागू करने, क्रियान्वयन तथा सातवें वेतनमान के अनुसार गृहभाड़ा भत्ता सहित अन्य भत्तों के पुनरीक्षण पर अमल नहीं किया जा रहा है।

देश के अन्य भाजपा शासित राज्य अपने कर्मचारियों को केंद्र के समान जुलाई 2025 से महंगाई भत्ते के भुगतान का घोषणा,आदेश कर चुके हैं। इसके साथ ही हमारी सरकार ने प्रदेश के अनियमित एवं संविदा कर्मचारियों को भी समिति गठित कर 100 दिनों के भीतर नियमित करने का वादा किया था, जिस पर भी निर्णय नहीं लिया गया है। गौरतलब है कि सरकारी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर लगातार मुखर हो रहे हैं। पहले भी आंदोलन कर चुके हैं।