
mp news: मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में एक मुरम खदान में लौह तत्व मिलने के संकेत मिले हैं। मंडलेश्वर क्षेत्र के छोटी खरगोन में संचालित इस खदान में लौह तत्व की मौजूदगी क्षेत्र के स्थानीय जानकारों ने बताई है। प्रशासनिक महकमे तक यह खबर पहुंची तो वो खदान पर पहुंचे और खदान से निकले पत्थरों का परीक्षण उच्च लैब में कराने की बात कह रहे हैं। सेवा निवृत डिप्टी डायरेक्टर व पशु चिकित्सा सेवा डॉ. आरसी उपाध्याय ने इस बात का खुलासा किया है कि ग्राम छोटी खरगोन की एक मुरम खदान में लौह अयस्क है। खदान पर जाकर देखने पर वहां कई ऐसे पत्थर मिले जो चुंबक को अपनी ओर खींच रहे थे।
स्थानीय स्तर पर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की भौतिक लैब में सामान्य परीक्षण के लिए ले जब खदान के पत्थरों को लाया गया तो उसमें लौह तत्व की पुष्टि की गई। भौतिक शास्त्र की व्यायाता मेघना कानूनगो, रसायन शास्त्र की व्यायाता ज्योत्सना शर्मा, गणित विषय के जानकार प्राचार्य विजय वानखेड़े ने इस पत्थर में लौह तत्व होने की बात कही है। सरदार पटेल कॉलेज के भौतिक शास्त्री प्रो. संजय गर्ग ने बताया पत्थर के लौह तत्व कुछ मात्रा में है। इसका उच्च तकनीक वाली लैब में परीक्षण कराकर यह जानना होगा कि इस पत्थर का उत्खनन फायदे का सौदा है या नहीं।अगर कम मात्रा में होगा तो उसका व्यावसायिक उत्पादन नहीं किया जा सकता है।
मुरुम की खदान में लोहे के साथ एल्यूमिनियम मिलने की भी संभावना है। डॉ. आरसी उपाध्याय ने कहा लौह अयस्क दो प्रकार की मिट्टी में पाया जाता है। एक मिट्टी हेमेटाइट होती है, जिसमें अधिक मात्रा में लौह तत्व पाया जाता है। दूसरा प्रकार है लेट्राईट। हमारे यहां की मिट्टी लैट्राईट है, जिसमें लौह तत्व के साथ एल्यूमिनियम और सिलिका भी पाया जाता है। हो सकता है यहां एल्यूमिनियम भी मिले, इसलिए खनिज विभाग को इसकी जांच देनी चाहिए। वहीं महेश्वर तहसीलदार कैलाश सस्त्या ने कहा है कि मुरूम खदान में लौह अयस्क होने की बात सामने आई है। वहां से सैंपल लेकर उच्च स्तर पर जांच के लिए भेजा जाएगा।
Published on:
21 Sept 2025 08:54 pm

