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बिलासपुर रेलखंड से जुड़ेगा कटनी ग्रेड सेपरेटर, एनकेजे को बाइपास कर निकलेंगी मालगाडिय़ां

रेलवे ने एनकेजे सी केबिन में शुरू किया यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य, लगाए जाएंगे सिंग्नल और उपकरण, ब्लॉक से प्रभावित होगा ट्रेनों का यातायात

कटनी

Balmeek Pandey

Nov 21, 2025

Katni grade separator will be connected to Bilaspur railway section
Katni grade separator will be connected to Bilaspur railway section

कटनी. 1800 करोड़ की लागत से झलवारा स्टेशन से न्यू मझगवां फाटक तक रेलवे द्वारा रेल फ्लाईओवर (ग्रेड सेपरेटर) का निर्माण कराया जा रहा है। अप और डाउन ट्रेक में बनाए जा रहे ग्रेड सेपरेटर के करीब 15.85 लंबे अप ट्रेक का कार्य पूरा हो चुका है। इस अपट्रेक को अब बिलासपुर की ओर से आने वाली थर्ड लाइन से जोडऩे का कार्य रेलवे द्वारा शुरू कराया गया है। इसके लिए एनकेजे यार्ड में सी-केबिन के समीप ब्लॉक लेकर प्री-एएनआई वर्क शुरू कर दिया गया है। आगामी दिनों में एनआई वर्क कर कनेक्टिविटी दी जाएगी, जिससे ट्रेनों का आवागमन भी प्रभावित होगा।
जानकारी के अनुसार झलवारा से न्यू मझगवां फाटक तक बने ग्रेड सेपरेटर को सिंगरौली की ओर से आने वाले रेलखंड से दो माह पूर्व ही जोड़ा जा चुका है वहीं अब बिलासपुर की ओर से आने वाली ट्रेनों को ग्रेड सेपरेटर से जोडऩे कार्य शुरू किया गया है। वर्तमान में सिर्फ सिंगरौली की ओर से आने वाली ट्रेनें ही इसमें आगे बढ़ पाती है वहीं अब बिलासपुर लाइन जुडऩे से मालगाडिय़ां एनकेजे को बाइपास करते हुए सीधे बीना रेलखंड पर रवाना होंगी। इसके लिए यार्ड रिमॉडलिंग भी की जा रही है। नये सिंग्नल सहित अन्य जरूरी कार्य कराए जाएंगे।

कटनी चिरमिरी रहेगी निरस्त

जानकारी के अनुसार ब्लॉक के चलते कटनी-चिरमिरी पैसेंजर को रद्द किया जा रहा है। गाड़ी संख्या 61601 कटनी-चिरमिरी 26 नवंबर से 2 दिसंबर तक व गाड़ी संख्या 61602 चिरमिरी-कटनी मेमू 27 नवंबर से 3 दिसंबर तक निरस्त रहेगी।

बरगवां मेमू उमरिया तक जाएगी
बिलासपुर और बरगवां मेमू कटंगीखुर्द से चलेंगी
जानकारी के अनुसार इस ब्लॉक के कारण गाड़ी संख्या 68747/48 बिलासपुर-कटनी-बिलासपुर मेमू व गाड़ी संख्या 61603/04 कटनी-बरगवां-कटनी मेमू का संचालन प्रभावित होगा। ये दोनों ट्रेनें 27 नवंबर से 2 दिसंबर तक कटंगीखुर्द स्टेशन से ही शुरू होंगी और खत्म होंगी। हालांकि इस दौरान यात्रियों को समस्या का सामना करना पड़ेगा।

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ऐसे हुआ है ग्रेड सेपरेटर का निर्माण

कटनी ग्रेड सेपरेटर परियोजना की कुल लागत लगभग 1800 करोड़ रुपए है। यह ग्रेड सेपरेटर भारत का सबसे लंबा रेलवे वायाडक्ट बनने जा रहा है, जो न केवल संरचनात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि रेलवे संचालन में भी नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा। परियोजना की कुल लंबाई 33.40 किमी है, जिसमें डाउन ग्रेड सेपरेटर 17.52 किमी और अप ग्रेड सेपरेटर 15.85 किमी शामिल हैं। अप साइड 1570 फाउंडेशन और 264 पियर्स व डाउन साइड 2592 फाउंडेशन और 425 पियर्स का निर्माण कराया गया है। उल्लेखनीय है कि अप्रैल माह में रेलवे ने ग्रेड सेपरेटर के अप ट्रेक में कार्य पूरा होने के बाद कटंगी खुर्द स्टेशन से न्यू मझगवां स्टेशन तक रेलगाड़ी का सफल परिचालन किया था और अब लगातार ग्रेड सेपरेटर से मालगाड़ी दौड़ रही हैं।

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डाउन ट्रैक पर धीमा कार्य, 2026 तक होगा पूरा

एक ओर जहां अप ट्रेक का कार्य पूरा हो चुका है तो वहीं डाउन ट्रेक पर निर्माण एजेंसी का कार्य धीमी गति से चल रहा है। आलम यह है कि 17.52 किमी लंबे इस ट्रेक पर कई स्थानों पर पिलर भी बनकर तैयार नहीं हुए है। बताया जा रहा है कि डाउन ट्रेक का कार्य इस वर्ष पूरा होना मुश्किल है।

ग्रेड सेपरेटर परियोजना से यह होंगे फायदे

  • बीना-कटनी रेल खंड में मालगाडिय़ों की संख्या और गति में वृद्धि होगी।
  • कटनी से बिलासपुर और सिंगरौली के लिए अतिरिक्त रेल लाइन जुड़ जाएगी, जिससे न्यू कटनी, कटनी मुड़वारा जैसे व्यस्त क्षेत्रों को बायपास किया जा सकेगा।
  • माल यातायात में वृद्धि के कारण फ्रेट ट्रेनों के संचालन समय में कमी आएगी और यातायात आसान होगा।
  • पश्चिम मध्य रेल के राजस्व में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी।