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ब्लास्टिंग से घरों की दीवारों में दरारें, किसानों के नलकूप क्षतिग्रस्त, दहशत में रहवासी, आयोग पहुंचा मामला

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग को दी गई शिकायत में कहा कि खदानों में ब्लास्टिंग से दहशत

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कटनी

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Balmeek Pandey

Dec 06, 2025

Heavy blasting in mine

Heavy blasting in mine

कटनी. कैमोर थाना क्षेत्र अंतर्गत संचालित एक कंपनी की खदानों में होने वाली लगातार ब्लास्टिंग से आसपास के आदिवासी बहुल गांवों में भारी नुकसान की शिकायतें सामने आ रही हैं। इसी संबंध में ग्राम जमुवानीखुर्द और खिरवा नंबर-02 के ग्रामीणों ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग भारत सरकार दिल्ली में ज्ञापन देकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि स्थानीय प्रशासन को पूर्व में कई शिकायत करने के बाद भी स्थानीय स्तर पर ठोस कार्यवाही नहीं की गई है, जिसके कारण उन्हें अब राष्ट्रीय स्तर पर शिकायत करनी पड़ी है।
ग्रामीण रेवा प्रताप सिंह, रूप सिंह, दिलदार सिंह, गुलजार सिंह, मकरंद सिंह, दशरथ सिंह, समशेर सिंह आदि का आरोप है कि एक कंपनी द्वारा आवासीय क्षेत्र से लगे भाग में तेज धमाकों के साथ ब्लास्टिंग की जा रही है, जिसके कारण घरों की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ रही हैं, कई मकान संरचनात्मक रूप से कमजोर हो गए हैं। रात-दिन कंपन से परिवार दहशत में रह रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि 90 प्रतिशत आबादी आदिवासी समुदाय की है, और ब्लास्टिंग से सबसे अधिक प्रभावित भी यही क्षेत्र हुआ है।

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सिंचाई का संकट

ग्रामीण नीरज सिंह, बहोरीलाल, मिथलेश सिंह, प्रकाश सिंह, मान सिंह, इंदर सिंह, खिलावन सिंह आदि ने कहा कि ब्लॉस्टिंग के कारण किसानों के नलकूप फटकर बंद, सिंचाई संकट गहरा गया है। खेतों में बने लगभग तीन नलकूप पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए कई नलकूपों की पानी देने की क्षमता घट गई, सिंचाई रुक जाने से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि लगातार झटकों से बोरवेल की पाइपिंग टूट गई, मोटरें खराब हो गईं और कुएं भी क्षतिग्रस्त हो रहे हैं।

आबादी क्षेत्र में ही की जा रही ब्लास्टिंग, नियमों की अनदेखी

ग्रामीण नरेश सिंह, जगपाल सिंह, तुलाराज सिंह, प्रताप सिंह आदि ने आरोप लगाया है कि कंपनी द्वारा जमुवानीखुर्द और खिरवा नंबर-02 गांवों के बीच ही खदान संचालित की जा रही है। यहां आबादी से बेहद नजदीक भारी ब्लास्टिंग की जा रही है, जो खनन नियमों और सुरक्षा मानकों के विपरीत है। ग्रामीणों ने आयोग से मांग रखी है कि कपनी को तत्काल ब्लास्टिंग रोकने के निर्देश दिए जाएं, जमुवानीखुर्द एवं खिरवा नंबर-02 के बीच स्वीकृत खदान लीज रद्द की जाए, नुकसान का सर्वे कर प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जाए।

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चूना पत्थर की खदानों का किया संयुक निरीक्षण

कलेक्ट आशीष तिवारी द्वारा दिए निर्देश पर शुक्रवार को खनिज अमले द्वारा विजयराघवगढ़ तहसील स्थित चूना पत्थर की खदानों का टीम ने निरीक्षण किया। निरीक्षण में भारतीय खान ब्यूरो जबलपुर के क्षेत्रीय अधिकारी भी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान संयुक्त दल द्वारा जमुवानी कला, अमेहटा, हर्रैया और बड़ारी ग्राम में स्थित चूना पथ्थर की लेप्स हो चुकी बंद खदानों और माइन क्लोजर प्लान का वेरिफिकेशन किया गया। इसके अलावा संचालित खनिज लीजो में व्यवस्थित खनिज उत्पादन और खनिज रॉयल्टी समयसीमा में भुगतान करने के लिए समझाइश दी गई। इसके अलावा खदान क्षेत्रों में बरसात के बाद जमा पानी के पुख्ता इंतजाम करने के लिए निर्देशित किया गया। जांच दल में ख़ान ब्यूरो से उप ख़ान नियंत्रक डीआर गुर्जर, श्रेयस एवं उपसंचालक खनिज डॉ. रत्नेश कुमार दीक्षित मौजूद रहे।

वर्जन
इस संबंध में अभी हमें शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। मामला संज्ञान में आता है तो जांच कराई जाएगी। नियमों का पालन कराया जाएगा।
डॉ. रत्नेश दीक्षित, उप संचालक खनिज।