कटनी. साइबर ठगी करने वाले नंबरों की जांच में सनसनीखेज मामला सामने आया है। बहोरीबंद पुलिस ने फर्जी तरीके से सिम सक्रिय कर बेचने वाले चौबे आरोपी को दबोचा तो साइबर फ्रॉड का भंडाफोड़ हुआ है। महज 500 रुपए की लालच में भोलेभाले लोगों के नाम की सिम एक्टीवेट कर बेचने के चलते जालसाजों ने दर्जनों लोगों को अपना शिकार बनाते हुए लाखों रुपए की ठगी की है। बहोरीबंद पुलिस ने मंगलवार को चौथे आरोपी संदीप लोधी (33) निवासी मसंधा को गिरफ्तार किया तो साइबर ठगी का नेटवर्क सामने आया।
बता दें कि जितेंद्र बर्मन निवासी पाकर थाना बाकल कियोस्क सेंटर संचालक है, जो सिम एक्टीवेट करने का भी काम करता था। इसने अन्य साथियों के साथ मिलकर जनवरी में माह में एक बार में 4 सिम दूसरी बार में 10 सिमें, फरवरी में 18 सिमें बेंचीं। जितेंद्र के साथी राजस्थाना के कामा जिला डींग निवासी युवक राशिद को सिमें बेची हैं। राशिद को सिमें एक-एक हजार रुपए में बेची हैं, जिनके माध्य से अलग-अलग राज्यों के लोगों के साथ ठगी हुई है। यह ठगी लाखों रुपए में है। इस मामले में आरोपी राशिद सहित अब्राहिम खान, सलमान खान की तलाश जारी है।
बहोरीबंद पुलिस ने आमलोगों के नाम की फर्जी तरीके से सिमें एक्टिवेट कर ठगी के लिए बेचने वाले गिरोह के चौथे आरोपी को पुलिस ने दबोचा है। संदीप पटेल निवासी ग्राम मसंधा को गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय से तीन दिन की रिमांड पर लेकर पुलिस द्वारा पूछताछ शुरू कर दी गई है। कबसे यह सिमें एक्टीवेट करता था, किस-किस को सिमें बेची हैं, पुलिस यह पता लगा रही है।
प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस ने पाया है कि राजस्थान निवासी राशिद व उसके साथियों ने मिलकर 13 लोगों के साथ ठगी की गई है। अलग-अलग सिमों से कॉल करते हुए कभी सरकारी योजना का लाभ दिलाने, तो किसी का बैंक अकाउंट एक्टिवेट रखने तो किसी को फर्जी मुकदमे में फंसाने आदि का झांसा देकर ठगी की है। इस गिरोह में जिमेंद्र बर्मन के साथ-साथ आदर्श चौधरी निवासी ग्राम पटीराजा जो फर्जी सिमें जितेंद्र के साथ मिलकर बेचता था। तीसरा आरोपी मुस्तकीन खान निवासी ग्राम अमाड़ी भी फर्जी सिम एक्टिवेट कराकर बेचने का काम करता था।
4 सितंबर को बहोरीबंद पुलिस के संज्ञान में यह गंभीर मामला आया। पुलिस द्वारा साइबर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा था। इस अभियान के दौरान कई फर्जी नंबरों को ब्लॉक कराया जा रहा था, तभी पता चला कि ये नंबर तो बहोरीबंद क्षेत्र के लोगों के हैं। पहला मामला मूरत सिंह ग्राम झरौली थाना बहोरीबंद की शिकायत पर सामने आया। एयरटेल पेमेंट खाता खुलवाने गया था। इसके नाम पर जितेंद्र बर्मन फर्जी सिम एक्टिवेट कर बेच दिया था। इसी प्रकार आनंद चौधरी निवासी बाकल सिम को पोर्ट कराने गया था तो उसके नाम की दो सिमें एक्टिवेट कर बेच दी गईं थीं।
स्लीमनाबाद थाना प्रभारी अखिलेश दाहिया ने बताया कि इन फर्जी सिमों के माध्यम से गिरोह ने कई राज्यों के लोगों के साथ ठगी की है। प्रारंभिक पूछताछ में 13 लोग ठगी का शिकार हुए हैं। अन्य लोगों की चेन आरोपियों से पूछताछ में जुड़ती जा रही है। मुख्य सरगना राशिद के पकड़े जाने पर असल राज खुलेगा। पुलिसिया जांच लगातार आगे बढ़ रही है।
वर्जन
आम नागरिकों के नाम पर सिमें एक्टिवेट कर ठगों को बेचने वाले गिरोह के चौथे आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय से तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में एक्टीवेट किए गए नंबरों से 13 लोगों के साथ लाखों ठगी किए जाने की बात सामने आई है। मामले की जांच जारी है। शीघ्र ही खुलासा किया जाएगा।
अभिनय विश्वकर्मा, एसपी।
Published on:
24 Sept 2025 08:33 pm